Friday 1 June 2018

जीवन के पांच सिद्धांत जो बदल देंगे आपकी ज़िंदगी! jeewan badalne wale panch sootra,





   
 नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज हम आपको जीवन के पांच वो सूत्र बताने जा रहे है , जिसका आपने  सही से अपने जीवन में अमल किया या अपनाया तथा धारण किया तो हम विश्वास दिलाते है की आप जीवन में जरूर सफल होंगे एवं आपका कल्याण होगा आप जीवन में हमेशा आगे बढ़ेंगे एवं सफलता की और आपके कदम बढ़ेंगे! 
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यह क्या सूत्र है जरा थोड़ा ध्यान दें और जाने एवं इन पांच सिद्धांतों के बारे में एवं इन सूत्रों का अपने जीवन में जरूर अमल करे:- 





👉पहला सूत्र है शिक्षा:- दोस्तों शिक्षा वो शेरनी का दूध है जिसे बहुत ही सूंदर शब्दों में  डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर ने बताया है , की शिक्षा वो शेरनी का दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा और जो नहीं पियेगा वो जानवरों की तरह आवाज करेगा! इसलिए याद रखना आप कुछ भी करे , कैसे भी करे , अपने बच्चों को जरूर पढ़ाये और अगर आप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे सकते है तो आप याद रखना आप जीवन में कभी भी कोई बड़ा काम नहीं कर सकते है! 




👉दूसरा सूत्र है संस्कार:- दोस्तों चाहे जितनी अच्छी शिक्षा दिला देना अपने बच्चों को , लेकिन बच्चों को संस्कार आप नहीं देंगे तो यह बच्चे आपको बुढ़ापे में कभी साथ नहीं देंगे और न ही सम्मान करेंगे! हम हजारों लाखो को परिवारों को हर रोज देखते है , जिन्होंने अपने बच्चों को बहुत पढ़ाया लिखाया है , और अनेको तरह तरह की डिग्रियां दिला दी है , लेकिन  आज बुढ़ापे में उन्हें सम्मान नहीं मिल पा रहा है , इसलिए हमारा अनुरोध है आप सभी से , की शिक्षा के साथ अपने बच्चों को आप संस्कार भी दें!जरूर पढे:-
 


👉तीसरा सूत्र है संगती:- चाहे जितनी भी अच्छी शिक्षा दिला देना , चाहे जितने भी अच्छे संस्कार दिला देना अपने बच्चों को इससे कुछ नहीं होने वाला है , जब तक आप , अपने बच्चों की संगति पर आप ध्यान देंगे! संगति ऐसी चीज है यदि बुरे लोगों की संगति हो जाये तो वह बुरा इंसान हो जाता है और अच्छे लोगों की संगति करने से वह अच्छा इंसान बन जाता है! यह ध्यान रखना होगा आपको , आपकी शिक्षा , आपके संस्कार तभी आपके काम आएंगे जब बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो , और बच्चों की शिक्षा तब प्राप्त होगी जब अच्छी संगति होगी और अच्छी संगति तब होगी जब माँ-बाप की अच्छी संगति होगी! इसलिए ध्यान रखे तीन सूत्र  हमें बताये है पहला शिक्षा , दूसरा संस्कार , तीसरा है संगति अब आपको चौथा बताते है! 




👉चौथा हमारा सूत्र है एकता:- हमने कई बार देखा होगा आजकल घरों की , परिवारों की , गांवों की , शहरों की , देश की एकता बिखंडित हो रही है , लोग जाती के नाम पर , लोग काले और गोर के नाम पर , वर्ग और भेद के नाम पर , ऊँच-नीच के नाम पर और तरह-तरह की जातियों के नाम पर बटते चले जा रहे है! 

याद रखना हमने पशु-पक्षियों में एकता देखी है ,  इसकी मिशाल हम आपको बताना चाहते है! मधुमक्खियों की हमने एकता देखि है , जंगली जानवरों में हमें एकता देखि है!  पांच- साथ सियार इकट्ठे हो जाते है और एक शेर को मार गिराते है , क्यों? क्यूंकि सियारों की एकता होती है! आज हम चाहते  है की , हमारा देश , हामारा समाज , हमारे समाज में रह रहे सभी लोग एकता के साथ रहे , घर परिवार में एकता रहे इसलिए आपको भी एकता को धारण करना पड़ेगा! दोस्तों अब हमने आपको चार सन्देश बता दिए! 




👉पांचवा सूत्र है व्यक्तिगत पहचान:- दोस्तों जिस व्यक्ति की व्यक्तिगत पहचान नहीं होती है वह आदमी किसी काम का नहीं होता है इसलिए आप प्रयास करे की संसार में आपका जन्म हुआ है , यह साढ़े तीन हाथ की काया मिली है , तो आप कुछ ऐसा कार्य करे या करके दिखाए दुनियां को जिससे आपकी पहचान हो , ऐसा कार्य , विशेष कार्य , रचनात्मक कार्य कुछ बहुत अच्छा कार्य करे , कुछ कुशल कर्म करे , जिससे आपकी पहचान बने! संसार के जिस ग्रस्त व्यक्ति ने यह पांच सिद्धांतों का पालन कर लिया तो हम दावे के साथ कहते है की वह व्यक्ति संसार में बहुत आगे निकल जायेगा! हमने आपको पूरे पांच सिद्धांत या सूत्र बताये दोस्तों यदि आप इनका अच्छे से अपने जीवन में अमल करना चाहिए  या अपनाना चाहिए! हमने आपको यह पांच सिद्धांत बतये है की 

पहला शिक्षा 
दूसरा संस्कार 
तीसरा संगति 
चौथा एकता 
पांचवा व्यक्तिगत पहचान  

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