Saturday 24 November 2018

ऐसे निपटे रोज़ के तनाव से


दोस्तों हम पूरा दिन ऑफिस में बिताने और काम  के प्रेशर के कारण अक्सर स्ट्रेस (तनाव) होने लगता है! इसका लेवल तब बड़ जाता है जब हम अपने रूटीन को सही तरीके से मैनेज नहीं कर पाते है , जिसके चलते कई बार  परसनल लाइफ डिस्टर्ब होती है! इसलिए दोस्तों आप अपने डेली रूटीन में इन छोटे तरीकों को अपनाये और तनाव से मुक्ति पाइये।



मुस्कुराये


दोस्तों हमेशा मुस्कुराते रहे, क्युकी आपकी हंसी ही एकलौती  ऐसी चीज है जो आपके सारे दुःख दूर कर सकती है. इसलिए आप हमेशा हँसते रहे और सबको हँसते रहे इसके लिए आप टिकटोक पर वीडियोस देख सकते है या फिर फनी जोक पढ़ सकते हो।  

नकारात्मक सोच को सदा के लिए बाये बोल दे


ध्यान रखिये जहां नेगेटिविटी होगी , दिल में डर बना रहेगा और वही स्ट्रेस  होगा।   अगर आप नेगेटिव सोच में  भी पॉजिटिव विचारों को बनाये रखेंगे तो भी स्ट्रेस से राहत मिलेगी।


रोज़ सुबह सुबह व्यायाम या मैडिटेशन जरूर करे 

दोस्तों आप व्यायाम  कभी भी कर सकते है लेकिन में आपको सुबह सुबह कर कर सकते है। क्यूंकि मॉर्निंग टाइम में हमारा माइंड बहुत ही फ्रेस होता है और ऐसे टाइम में आप मैडिटेशन या ध्यान अथवा थोड़ा सा व्यायाम करेंगे तो यह आपकी एक हेल्दी लाइफ के लिए बहुत मददगार साबित होगा।


हमेशा अपने मन की सुने

दोस्तों यहां में आपको अपने आप को खुद से कंनेक्ट करने की बात बोल रहा हूँ जिससे आपको अपने मन में चल रहे विचारों के बारे में पता चलेगा और फिर आप उनका अच्छे से निर्णय लेंगे इसलिए अपने मन और ,दिमाग को शांत करने के लिए आपको स्वयं अपने मन की सुनना  पड़ेगा इसके लिए आप रोज मैडिटेशन कर सकते है  


हिन्दीविचार जो बदल दे आपकी ज़िंदगी 

 

Thursday 15 November 2018

ब्रेकअप होने के बाद क्या करे.? What to do after the breakup in hindi?

नमस्कार दोस्तों आज हम एक ऐसे विषय के बारे में जानकारी बताएँगे जो आज की युवा पीड़ी के साथ सभी वर्गों के लिए दुःख दाई बन गयी है जिसका नाम है सम्बन्ध बिगड़ना या ब्रेकअप होना , जो की आज के वर्तमान समय में ब्रेकअप होना और दो दिलों का टूटना आम बात हो गयी है , तो दोस्तों आज के ब्लॉग में आपको कुछ ऐसे उपाए बताने जा रहा हूँ जिनकी मदद से आप अपने ब्रेकअप होने के बाद जो पीड़ा और दर्द होता है या जो तनाव होता है उससे  बहार उभारने के लिए बहुत मददगार साबित होंगे! 

ब्रेकअप होने के बाद क्या करे  

दोस्तों इस बारे में सोचना सामान्य है। लेकिन इस सोच में डूब जाना आपको इस मुश्किल से बाहर नहीं निकलने देगा। अपनी गलतियों और अपने अतीत से सीखना अच्छी बात है। इस सोच से बाहर निकलना मुश्किल है लेकिन पूरे मन से प्रयास कीजिये और अपने दिमाग को दूसरी और लगाइये। लेकिन ध्यान रहे कि आपका पूर्ण उद्देश्य इन  सब से बाहर निकल कर फिर से सामान्य होना ही है।
●  अपने दिल की बात बताये 

दोस्तों से मिलकर अपने दिल के भाव उनसे बांटिये। ये सच है कि दुःख बांटनें से ही काम होता है। शराब के जाम के साथ अपने दिल का गुबार निकाल देना सही इलाज नहीं  है।

●  नकारत्मक भाव से बचिए। 

ये सामान्य है कि रिश्ता ख़त्म होने के बाद भी आपके मन में अपने पूरब साथी के प्रति गुस्सा होगा। उन् सभी चीज़ों को अपनी ज़िन्दगी से बाहर कर दीजिये जो आपको अपने अतीत कि याद दिलाती हैं। शायद इससे आपको मदद मिले।

●  अपने आप पर ध्यान दीजिये। 

अच्छी नींद,अच्छा भोजन और थोडा व्यायाम।. वो करिये जो कारण आप को हमेशा से पसंद था। शाम को टहलने जाइये, या फिर व्यस्त रहयने के लिए घर के काम में अपनी माँ का हाथ बांटिये।
●  कोई नया शौक विकसित करिये 

जैसे कि संगीत या कोई स्पोर्ट्स जैसे कि फुटबॉल इत्यादि। अपने दिमाग और शरीर को व्यस्त रखिये। व्यस्त रहना इस से बाहर निकल पाने का मूलमंत्र है।

●   सकारत्मक सोच रखिये। 

सुनने में मुश्किल है, लेकिन सकारत्मक सोच आपकी मदद करेगी। प्यार फिर से मिलने कि कोई उम्र या समय नहीं होता।

●   डिप्रेशन के संकेतों को ध्यान में रखें। 

और अगर आपको लगे कि आप में वो संकेत हैं तो बाहरी परामर्श लेने से बिलकुल न हिचकें। निचे लिखी हुई सूची से मदद लें:

●   ड्रग्स या नशे कि और रुख बिलकुल न करें। 

इसने दूर रेह्कर ही आप अपनी मदद कर पाएंगे। इसलिए आप नशे की आदत में ना आये और ना ही इसे अपने जीवन में हावी होने दे 

●   मदद के लिए संपर्क करें 
अंत में, यदि ज़रूरत महसूस हो तो निम्नलिखित में से किसी पेशेवर मनोवैज्ञानिक कि मदद लेना एक अच्छा उपाय होगा।मदद के लिए संपर्क करें

Website: http://betweenus.bharatmatrimony.com/?page_id=16

Friday 20 July 2018

ध्यान कैसे करे? यह क्यों जरूरी है?


दोस्तों आज के हिन्दीवाचार ब्लॉग में आपको हम ध्यान यानी Meditation के बारे में पूरी जानकारी बताने जा रहे है , जिसमे आप जानेंगे ध्यान क्या है?  ध्यान कैसे करे? ध्यान हमारे लिए क्यों जरूरी है!

ध्यान कैसे करे

आज की हमारी यह पोस्ट Meditation Techniques in Hindi | ध्यान कैसे करे  आपको ध्यान के बारे में जानकारी देने के लिए ही है इस पोस्ट को हर Age Group को ध्यान में रखकर लिखा गया है .Students  जिनको लगता है उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता इस Mediation Technique के ज़रिये उन्हें पढ़ने में मदद मिलेगी, Concentration बढ़ेगा . Tanagers जिन्हें  लगता है वह decide नहीं कर पाते उन्हें जीवन में क्या करना है , या decision नहीं ले पाते उन्हें भी Meditation Technique से decision making  में help मिलेगीऔर वह age  group जिन्हें जीवन में Peace, self realization  , Self awareness , Live in the Present Moment चाहते है उन्हें भी Meditation Techniques in Hindi इस post से इन सभी aims को पाने में मदद मिलेगी.दोस्तों लेकिन यह सब Result पाने के लिए  आपको  20 मिनट Meditation daily कम से कम २ Months तक करना पड़ेगाहोगा . उसके बाद आपको results दिखने लगेंगे . आप चाहे तो शुरुआत में 10 minutes से Meditation शुरू कर सकते हैं .आदमी को अपनी age के बराबर Meditation एक दिन में  करना चाहिए जैसे अगर आपकी age २० साल है तो आपको 1 दिन में 20 मिनट Meditation करना चाहिए .
Meditation Tips in Hindi

अपनी इस पोस्ट Meditation Techniques in Hindi  में हम cover करेंगे
ध्यान क्या है  What is Meditation?
ध्यान कैसे करे How to Meditate
ध्यान के फायदे Benefits Of Meditation
ध्यान क्या है ( What is Meditation )

ध्यान Meditation है अपनी सोई हुई शक्तियों को जगाना . अपने दिमाग का पूरा इस्तेमाल करना . Science के अनुसार हम अपने दिमाग का मात्रा 2% भाग ही use करते है .
साधारण शब्दो में माना ले हमारे हाथ में कुछ राइ के दाने है हमने उन दानो को ज़मीं पर बिखेर दिया ..अब उन दानो को हमें समेटना है ,इसी तरह हमने अपने दिमाग को कई जगह बिखेर दिया है Meditation वह माध्यम है  जिसके ज़रिये हम अपने दिमाग को जो कई जगह बिखर चूका है उसे उन जगहों से हटाकर उस जगह लगाना जहां हम लगाना चाहते है . वह जगह कुछ भी हो सकती है , कुछ लोग के लिए वह जगह भगवान है , कुछ के लिए बिज़नस , कुछ के लिए पढ़ाई आदि .

spiritual गुरु Osho के अनुसार – ध्यान Meditation  अपने भीतर को साफ करने की प्रकिया  है, ताज़ा और युवा होने का प्रयास है, जीवन को पूरी तरह जीने का प्रयास है । यदि तुम ध्यान से डरते हो तो इसका मतलब है कि तुम जीवन से डरते हो, तुम अवेरे होने से डरते हो, और यदि तुम बिल्कुल प्रतिरोध नहीं करते, तो हो सकता है यह इसलिए है कि तुम ध्यान को गंभीरतापूर्वक नहीं लेते, तुम ध्यान को ईमानदारी से नहीं लेते।”
ध्यान कैसे करे  ( How to Meditate )
शुरुआत में १० मिनट से Meditation शुरू करे .
Meditation करने के कुछ आसान तरीके

1. किसी शांत जगह पर आराम से बैठ जाये कोई सॉफ्ट म्यूजिक चला ले और अपनी सांसो को काउंट करे . शुरुआत में ऐसा १० मिनट करे और धीरे धीरे समय बढाकर २० मिनट करे .

2. आप अपने घर पर किसी दीवार पर कोई पॉइंट बनाकर उसे लगातार १० मिनट तक देखे . यह भी ध्यान का अच्छा तरीका है

3. शुरुआत में ध्यान करने के लिए आपका दिमाग का शांत होना बहुत ज़रूरी है . मन  में क्रोध , जलन होने पर ध्यान पॉसिबल नहीं है

4. हर काम जो भी आप कर रहे है उसे पुरे कंसंट्रेशन से करे. देखते रहे कही आपका दिमाग कुछ और तो नहीं सोचने लगा .

5. सुख आसान में बैठ कर अपने शरीर के हर अंग को तनाव मुक्त करे . और महसूस  करे की आपका मन और शरीर से सब तनाव साँस  के साथ  बहार  निकल रहा  है .और अगर शरीर के किसी भी अंग में दर्द  करता  हो  या कोई बीमारी  हो  तो कल्पना  करे की आपका दर्द  पैरो  के रस्ते  शरीर से बाहर  निकल  रहा  है . ऐसा करने से आपका शरीर धीरे  धीरे  ठीक  होने  लगेगा 
 .
6. वैसे तो आप कभी भी Meditation कर सकते हैं . पर सुबह जल्दी ४-६ बजे तक का समय Meditation  के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है .

Meditation Techinque in Hindi For Beginners

आराम  से बैठकर  1-100 तक count करे . और यह क्रिया  दिन में 2-3 बार  करे. ऐसा  करने  से आपका mind Concentrate होगा.

Meditation Benefits in Hindi ध्यान के फायदे

1. Connected With God

2. Meditation से हम अपने ही Mind को शांत करते है .

3. कहा जाता है इंसान का दिमाग अपार शक्तियों का भंडार है . और Meditation के जरिये आप अपनी सोई हुई शक्तियों को बढ़ा सकते हैं .

4. महान Spiritual GuruOsho के अनुसार अगर आप अपने जीवन को पूर्णता से जीना चाहते हैं तो ध्यान करे .

5. ध्यान से आप तनाव मुक्त जीवन जीते हैं

6. आप अपने काम काम समय में पूरे कर सकते हैं

7. लोगो के नाम , अपनी daily life की ज़रूरत की चीज़े आसानी से यद् रख सकते हैं

8. शरीर ज़्यादा हेल्थी रहता है

9. नींद अच्छी आती है

10. students कम समय में अच्छी पढ़ाई कर पाते हैं .

11. ध्यान से आपका Confidence और concentration दोनों ही बढ़ते हैं.

12. आपको Meditation Techniques in Hindi कैसी लगी हमें Comment के द्वारा ज़रूर बताये| या आपके Meditation , Tension , stress , Depression se related questions ho to aap comments ke dwara hame bhej sakte hain ..ham apki samsyao ka samadhan karne ki koshish karenge . Dhanybad

13. अगर आपको यह Meditation  in Hindi पसंद wआयी तो इसे facebook , Google+  पर share करना न भूले!

हमारे सभी हिन्दीविचार ब्लॉग  के पाठको का हम धन्यबाद करते हैं |


Thursday 12 July 2018

कैसे किसी अनजान व्यक्ति का दिल जीते?






नमस्कार दोस्तों कैसे है आप? मुझे पता है आप सभी बहुत अच्छे और खुश ही होंगे दोस्तों आज के हिन्दीविचार ब्लॉग में आपके लिए बहुत ही अच्छे विचार बताने जा रहा हूँ! 

आप सभी को पता होगा ही की हम दिन भर में कितने ही लोगों से मिलते है जिसमे से कुछ तो हमें जानते है लेकिन कुछ नहीं जानते है! 





अब सवाल यह उठता है की वह लोग हमे क्यों नहीं जानते है इसका सीधा उत्तर है की हम उन लोगों से मिले नहीं और मिले भी है  तो उनसे अच्छे से तालमेल नहीं बना पाए मतलब उनसे अच्छे से बात नहीं कर पाए है! 

यूँ कहे की उनका हमने अच्छे दिल नहीं जीता है तो दोस्तों आज की पोस्ट में आपको यही बताने वाला हूँ की आप कैसे किसी अनजान व्यक्ति का दिल जीत सकते है? 

वैसे तो किसी अनजान व्यक्ति का दिल जीतना कोई आम बात नहीं है हाँ लेकिन प्रयास करने से यह संभव है! आप भी कर सकते है! वो कैसे होता है  इसके लिए हमारी post को last तक पढ़े! k




यदि आपको वाकई में किसी का दिल जीतना है तो सबसे पहले अपने अंदर कुछ बदलाव लाने होंगे जिससे आपके अंदर सकारात्मक सोच जाग्रत होगी जिससे आपके मन में दूसरों के प्रति सकारात्मक भाव और ख्याल अपने मन में आएंगे! 

दोस्तों सबसे पहले अपने आप को बदल ने के लिए इन प्रमुख बातों का ध्यान रखे! और इन बातों को अपनी जीवन शैली का प्रमुख हिस्सा बना ले! 

दोस्तों आपको कुछ ऐसा बनना पडेगा जिससे लोग आपको पसंद करने लग जाए , आपके अंदर वो काबिलियत जरूर होना चाहिए जिससे हमारी पहचान बढे तो दोस्तों आप कुछ ऐसा work करो जिससे दुनिया वाले आपके fans बन जाए! 




में आपको कोई  actor नहीं बना रहा हूँ में तो आपको hero बनाने की बोल रहा हूँ वो भी आपके फिल्ड के लोगों के लिए मतलब यह की आप जिस कम्पनी में या कही भी काम कर रहे!  

सबसे पहले तो आपका दूसरों के प्रति व्यवहार ही आपको हीरो बनाएगा जब आपको सबलोग अच्छे से जानते होंगे तो जाहिर है नए आने वाले अनजान व्यक्ति भी आपके व्यवहार द्वारा बहुत ही जल्द से दोस्ती का लेगा! 




दोस्तों मेरा एक दोस्त है जो किसी भी अनजान व्यक्ति से बात करने में ही सामने वाले व्यक्ति का दिल जीत लेता है मतलब उस के अंदर ऐसी काबिलियत है जिसके द्वारा वह किसी भी व्यक्ति के अंदर पहली बार में उसके प्रति ऐसी छाप छोड़ देता है जो उसे कभी बुला ही नहीं पाते है तो दोस्तों आप अंदर भी वह काबिलीयत या यूँ कहे वह टेलेंट जरूर होना चाहिए! 




Wednesday 20 June 2018

What is depression? / अवसाद क्या है?


नमस्कार दोस्तों आज आप depression के बारे में जानेंगे depression से हम कैसे छुटकारा पा सकते है और यह हमारे लिए किस प्रकार घातक सिद्ध होता है आपके लिए कुछ उपाए और depression या अवसाद के बारे में पूर्ण जानकारी लेकर आया हूँ आप जरूर पढ़े ..धन्यवाद 
What is depression? / अवसाद क्या है?

जीवन में कभी-कभार low feel करना एक सामान्य बात है. लेकिन जब ये एहसास बहुत समय तक बना रहे और आपका साथ ना छोड़े तो ये depression या अवसाद हो सकता है. ऐसे में जीवन बड़ा नीरस और खाली-खाली सा लगने लगता है . ऐसे में ना दोस्त अच्छे लगते हैं और ना ही किसी और काम में मन लगता है. Life hopeless लगने लगती है और positive बातें भी negative लगने लगती हैं. यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो घबराने की ज़रुरत नहीं है. ज़रुरत है depression के symptoms और कारणों को समझने की और फिर उसका इलाज करने की.



हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं.कभी सफलता मिलने पर बहुत ख़ुशी मिलती है तो कभी असफल होने पे इंसान दुखी हो जाता है. कई बार लोग छोटे-मोटे दुःख को भी depression का नाम दे देते हैं, जो कि बिलकुल गलत है. Depression normal sadness से बहुत अलग होता है. आइये इसकी परिभाषा को समझते हैं:

अवसाद एक ऐसी मानसिक स्थिति या स्थायी मानसिक विकार है जिसमे व्यक्ति को उदासी, अकेलापन, निराशा, कम आत्मसम्मान, और आत्मप्रतारणा महसूस होती है ; इसके संकेत मानस – मिति संबंधी मंदता , समाज से कटना ,और ऐसी स्थितिया जिसमे की कम भूख लगना और अत्यधिक नीद आना में नज़र आते हैं.”
ध्यान देने कि बात है कि आम तौर पर होने वाली tension या दुःख का अवसाद से कोई लेना-देना नहीं है.



Depression के लक्षण ?

यदि आपको नीचे दिए गए symptoms में से एक या अधिक आपके साथ match करते दीखते हैं तो आपके depressed होने की सम्भावना है:

  • या तो आपको नीद नहीं आती या बहुत अधिक नीद आती है.
  • आप ध्यान नहीं केन्द्रित कर पाते और जो काम आप पहले आसानी से कर लेते थे उन्हें करने में कठिनाई होती है.
  • आप hopeless और helpless feel करते हैं.
  • आप चाहे जितनी कोशिश करें पर अपनी negative thoughts को नहीं रोक पाते हैं.
  • या तो आपको भूख नहीं लगती या आप बहुत ज्यादा खाते हैं.
  • आप पहले से कहीं जल्दी irritate या aggressive हो जाते हैं, और गुस्सा करने लगते हैं.
  • आप normal से कहीं ज्यादा शराब पीते हैं.
  • आपको लगता है कि ज़िन्दगी जीने लायक नहीं है और आपके मन में suicidal thoughts आते हैं.( ऐसा है तो तुरंत इलाज़ कराएं)

Depression and suicide

बहुत ज्यादा Depression की वज़ह से व्यक्ति आत्महत्या करने तक की सोच सकता है. Depression के दौरान व्यक्ति खुद को बिलकुल असहाय महसूस कर सकता है और उसे सभी समस्याओं का हल अपनी life end करने में नज़र आने लगता है.यदि कोई आपसे आत्महत्या करने जैसी बातें करता है तो संभवतः वो depression से ग्रसित है , और वो सिर्फ आपको अपनी बात ही नहीं बता रहा है बल्कि वो मदद के लिए चिल्ला रहा है, और आपको उसकी मदद ज़रूर करनी चाहिए. और यदि आप खुद को ऐसा करते देख रहे हैं तो बिना देरी किये आपको experts की मदद लेनी चाहिए.
यदि आप किसी में इन बातों को देखते हैं तो वो आत्महत्या के लिए चेतावनी हो सकती है:





  • अपने को मारने या ख़तम करने के बारे में बात करना.
  • अचानक ही लोगों को goodbye करने के लिए मिलना या phone करना.
  • बिना वजह अपनी संपत्ति या अन्य valuable चीजों को औरों को देना.
  • ऐसी भावनाएं व्यक्त करना जिससे व्यक्ति बहुत ही असहाय और उलझा हुआ प्रतीत हो.
  • हमेशा मरने सम्बन्धी बातें करना.
  • असामान्य व्यवहार करना जैसे कि बिना वजह red-light jump करना.
  • असामान्य बातें करना जैसे, ” मेरे ना रहने से किसी को फरक नहीं पड़ता.”
  • अचानक ही एकदम depressed होना और फिर ख़ुशी जाहिर करने लगना.

यदि आपको लगता है कि आपका कोई friend या relative suicide करने के बारे में सोच रहा है तो तुरंत ही उसे professional help दिलाइये. Suicidal thoughts और feelings के बारे में openly बात करना किसी की जान बचा सकता है.



पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों में depression अलग-अलग तरह से होता है. इसके बारे में awareness रखना, समस्या को सही तरीके से समझने और उसका निवारण करने में मदद करता है:
पुरूषों में अवसाद :

Depressed पुरुषों में ऐसी ही महिलाओं की अपेक्षा कम निराशा और self-hatred देखी जाती है. इसकी जगह वो थके होने, चिडचिड़ा होने, नीद ना आने ,काम में मन ना लगने जैसी शिकायतें करते हैं. अवसाद के कुछ और लक्षण जैसे कि गुस्सा आना, आक्रामक होना, हिंसा करना , लापरवाह होना और अधिक शराब पीना भी ऐसे पुरुषों में देखे जा सकते हैं. हालांकि महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा depressed होने के chances double होते हैं पर पुरुषों में आत्महत्या की प्रवित्ति ज्यादा होती है.
महिलाओं में अवसाद :

महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा depressed होने के chances double होते हैं, इसकी कुछ वजहें hormones से related होती हैं, खासतौर से premenstrual syndrome (महावारी पूर्व सिंड्रोम PMS), premenstrual dysphoric disorder (PMDD), postpartum depression, and perimenopausal depression. महिलाओं में depression के लक्षण ज्यादा खाने, ज्यादा सोने, weight बढ़ने , अपराध-बोध होने , निराश होने के रूप में नज़र आते हैं.

Depression के कारण

कुछ बीमारीओं के सटीक कारण होते हैं, जिससे उनका इलाज़ आसान हो जाता है. Diabetes (मधुमेह) है तो insulin ले लीजिये, appendicitis (पथरी) है तो surgery करा लीजिये. लेकिन depression थोड़ी जटिल बीमारी है. ये सिर्फ मस्तिष्क में हो रहे chemical imbalance की वजह से ही नहीं बल्कि कोई अन्य जैविक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कारणों से भी हो सकता है. दुसरे शब्दों में कहें तो ये आपकी lifestyle, आपकी relations, आप समस्याओं को कैसे handle करते हैं, इन बातों की वजह से भी हो सकता है. पर कुछ factors depression होने के chances बढ़ा देते हैं:




  • अकेलापन
  • Social support की कमी
  • वित्तीय समस्याएं
  • हाल में हुए तनावपूर्ण अनुभव
  • वैवाहिक या अन्य रिश्तों में खटास
  • खराब बचपन
  • शराब या अन्य नशीली दवाओं का सेवन
  • बेरोजगारी
  • Work pressure

Depression का सही कारण समझना उसके इलाज को आसान बना सकता है. जैसे कि यदि कोई अपनी नौकरी से परेशान होने की वजह से depression में जा रहा है तो उसके लिए किसी antidepressant लेने की जगह कोई अन्य अच्छी नौकरी या रोजगार कहीं ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. यदि आप अकेलेपन की वजह से परेशान हैं तो दोस्तों के साथ वक़्त बिताना या कोई अच्छी hobby pursue करना आपके लिए ज्यादा लाभदायक हो सकता है. ऐसे cases में परिस्थितियां बद्लालने मात्र से अवसाद से छुटकारा पाया जा सकता है.
कैसे पार पाएं depression से :

जिस प्रकार अलग अलग लोगों में depression के लक्षण और कारण अलग अलग होते हैं, उसी प्रकार इससे पार पाने के तरीके भी अलग अलग होते हैं.जो उपाय एक व्यक्ति के लिए काम कर जाये वो दुसरे के लिए भी करे ऐसा ज़रूरी नहीं है, और ज्यादातर cases में इलाज कि कोई एक विधि पर्याप्त नहीं होती. यदि आपको खुद में या आपके किसी शुभचिंतक में अवसाद के लक्षण नज़र आते हैं तो treatment options को explore करने में कुछ वक़्त लगाइए. अधिकतर मामलों में सबसे बढिए approach इन उपायों का combination होती हैं : social support, lifestyle changes, emotional skills building, and professional help.
मदद मांगिये:
यदि आपको लगता है कि आप depression में जा रहे हैं या already depressed हैं तो इस बात को छुपाइये नहीं, और ना ही सिको लेकर हीन महसूस कीजिये क्योंकि depression एक बहुत ही common illness है , और इसका उपचार पूर्णतः संभव है. इसे छिपाना इसे बढ़ावा देने जैसा है , अपने घर-परिवार में इसको discuss कीजिये , अपने अभिन्न मित्रों से भी सलाह मशविरा कीजिये. यदि कोई ना हो तो आप सीधे किसी psychologist से भी मिल सकते हैं.



अपनी lifestyle improve कीजिये :
ऐसा आप इन तरीकों से कर सकते हैं:

  • रिश्तों में सुधार ला कर
  • रोज व्यायाम करके
  • सेहत से भरपूर भोजन करके
  • Relaxation techniques प्रयोग करके
  • नकारात्मक सोच बदल कर

Emotional Skills develop करिए :

बहुत लोग तनाव को सही से deal नहीं कर पाते हैं और भावुक हो जाते हैं. Emotional skills आपको विपरीत परिस्थितियों में अपना balance बनाये रखने में मदद करती हैं.इसके लिए आप stress management से सम्बंधित कोई short-term course कर सकते हैं.
पेशेवर से मदद लीजिये :

यदि इन सब चीजों से बात ना बने तो किसी mental health professional से हेल्प लीजिये . Depression के treatment के लिए कई प्रभावकारी तरीके हैं: जैसे कि थेरेपी , दवाएं, alternative treatments इत्यादि. Exactly क्या तरीका use करना है ये आपके depression के कारणों पर depend करेगा.
इन बातों पर भी ध्यान दीजिये:





  • डिप्रेशन शब्द का प्रयोग कम से कम कीजिये.
  • छोटी-मोटी परेशानियों को भूलकर भी डिप्रेशन का नाम मत दीजिये. ऐसा करने से आपका अवचेतन मस्तिष्क इस बात को घर कर सकता है और आपके सच में डिप्रेशन के मरीज बनने के संयोग बढ़ जायेंगे.
  • अच्छी चीजें पढ़ें जो आपके अन्दर positivity लाएं.
  • नकारात्मक सोच रखने वालों से दूरी बना कर रखें.
  • इस बात को समझे कि life में जबतक असफलता नहीं होगी तबतक सफलता का मोल भी नहीं समझ आएगा. इसलिए असफलता को हर-एक चीज का अंत मत समझिये.

क्या करें यदि कोई अन्य संकट में हो ?

यदि आप ऐसे किसी व्यक्ति को जानते हों जो depression की वजह से कोई गलत कदम उठाने जा रहा हो या उस बारे में सोच रहा हो तो:




  • तुरंत उसके सगे-सम्बन्धियों को आगाह करें. परिवार के तरफ से मिली थोड़ी सी सहानभूति किसी कि जान बचा सकती है.
  • उस व्यक्ति को कत्तई अकेला ना छोड़ें.
  • उसे इस Helpline number पर बात कराएं, या करने को कहें .इस नंबर पर निःशुल्क counselling की सुविधा उपलब्ध है. यह मुंबई का नम्बर है,इसे मैंने खुद check किया है , यह काम करता है.24×7 Helpline: 022-27546669

Tuesday 29 May 2018

बीबी/गर्लफ्रेंड का गुस्सा कम करने के पांच रामवाण उपाय, bibi /girlfriend ka gussa km karne ke upaay












अरे, यार.... यह बीबी का गुस्सा भी न ,सभी शादीसुदा लोगों  की सबसे बड़ी प्रॉब्लम  बन गयी है! हर शादीसुदा इंसान को जिसे हर समय  झेलना पड़ता है! कभी  - अनचाहे तो कभी जाने -अनजाने
जब पत्नी गुस्से में हो तो पति की शामत आ जाती है मतलब उस समय बो बेचारा हो जाता है! 



गुस्से को शांत करना बहुत मुश्किल काम नहीं है , लेकिन पुरुष  ही क्या जो मुश्किलों का सामना न कर पाए बैसे बीबी को मनाना बहुत ही मुश्किल काम है लेकिन नामुमकिन नहीं है , तो आईये जानते  है

किस प्रकार अपनी पत्नी  के गुस्से  पर काबू में किया  जा  सकता है 






बैधानिक चेतावनी :- नुक्सो को सोच समझ कर इस्तेमाल करे ,इसके साइड इफेक्ट भी हो  सकते है इसके  आप स्वयं  जिम्मेदार होंगे! 





पहला तरीका  ;-
सबसे पहला उपाय यह की आप अपनी बीवी का गुस्सा कम या शांत करने के लिए ... आपकी गलती नहीं भी हो ,  तो भी ये मान लो कि 'हां, मुझसे गलती हो गई'।
अब आप 'सुरक्षित' महसूस कर रहे हैं। वैसे भी हमेशा शादीशुदा पुरुष  की ही गलती होती है! 





दूसरा तरीका :-
जब भी आपकी पत्नी गुस्से से आपको देखे, उन्हें प्यार से जवाब दे 
और जिस नाम से बुलाते हैं उस नाम से प्यार से बुलाएं- जैसे कोई प्यारा सा नाम के साथ थोड़ी तारीफ़ भी करे 'अरे मेरी स्वीटहार्ट, तुम हंसती हुई दीपिका पादुकोण लगती हों', चाहे आप उसकी हंसी देखकर या सुनकर 'घबरा' जाते हों। 

तीसरा तरीका :-
अगर खाना बेस्वाद बना हो तब भी आप अपनी पत्नी की जमकर तारीफों के पुल बांध दें। 
बस यही नहीं, खाने के बाद डाइनिंग टेबल और किचन भी साफ कर दिया, मतलब थोड़ी साफ सफाई या पत्नी की मदद करना चाहिए तो ऐसा लगेगा जैसे कोई युद्ध छिड़ा ही नहीं था।

चौथा तरीका :-




कभी भी पत्नी के खाने के बारे में गलत बात न करे मतलब ये न बोलें कि मुझे ये नहीं खाना है! कजाते समय जो भी बने उसकी प्रशसा या जम कर तारीप जरूर  करते हुए खाए हां, अगर 4-5 दिन भूख हड़ताल पर बैठने की हिम्मत है
तो कर लो अपने मन की,
फिर तो भगवान भी आपकी मदद नहीं कर सकता।







मुझे तुम्हारी ये बात नहीं अच्छी लगती' ऐसा बोलना मतलब अपने कपड़ों में खुद आग लगाने से भी ज्यादा खतरनाक है। हमेशा यही बोलें कि तुम हमेशा सही हों।





जैसे सूरज सिर्फ पूरब से ही निकल सकता है, वैसे तुम हमेशा सही हो सकती हो।वो बाहर चली गयी हो और मैकअप अच्छा न हो तब तो भाई आपके ही हाथ में है उनका गुस्सा, चाहे वे कैसी भी लग रही हों। 







उन्हें यही बोलें कि वे एकदम परी जैसी लग रही हैं। अगर आपने ये बोल दिया कि मैकअप खराब है या कपड़े, तो फिर सोच लो उस दिन की बजाए 'अगले दिन' आप पार्टी में गयी 

पांचवा  तरिका 




अपनी बीवी को इम्प्रेस करने के लिए उसके साथ टिपटॉप बनकर घूमने जाएं, उनके लिए धन के देवता बन जाएं, मतलब शॉपिंग, घुमाना-फिराना, फिल्म दिखाना,बच्चों के स्कूल के सारे काम करना, मायके लेकर जाना। 

यह तो कभी भूल कर भी न करे 

दोस्तों बस इतना कर लिया मतलब आप  'गंगा स्नान' करके आ गए।उनके साथ होते हुए फोन पर व्हाट्सअप और फेसबुक पर 
अपना एंटरटेनमेंट करने की बजाए सिर्फ उसे वक्त दें, 
नहीं तो आपका एंटरटेनमेंट हो सकता है। 



वैसे टाइम पर फोन का बिल भरना न भूलें, 
ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।मॉल में शॉपिंग करते समय या पार्टी में दूसरी लड़कियों की तारीफ भूलकर भी न करें।



पत्नी के सामने दूसरी औरत की तारीफ करना मतलब बिना प्रशिक्षण आपने उस खतरनाक खेल में हिस्सा ले लिया है,
जिसका नाम तो सुना ही होगा 'मौत का कुआं'। 




इससे अच्छा है कि उनकी तारीफ में एक गाना ही गा दें-
'तारीफ करूं क्या उसकी, जिसने तुझे बनाया...।'

दोस्तों आपको यह पोस्ट किसी लगी हमें जरूर कम्मेंट कर के जरूर बताये , धन्यवाद 

Sunday 8 April 2018

internet में फसे इंसान , थोड़ा book भी पढ़े!





 नमस्कार दोस्तों जो पोस्ट लेकर आया हूँ यह हम सब के लिए विचारणीय है अवश्य  पढ़े! धन्यवाद्

1990 के आसपास की बात है।
जो भी प्रतिभावान बच्चे अच्छे Engineering, Medical, Law, Accounts या अन्य किसी भी Field से अपनी पढ़ाई पूरी करते, विदेशी कम्पनियाँ तुरन्त Toppers को भर्ती करके विदेश ले जाती। ये दौर बहुत ज्यादा Competition का दौर था।

प्रतिभा पलायन (Brain Drain) एक राष्ट्रीय समस्या और ज्वलंत मुद्दा बन चुका था। TV, अख़बारों, रेडियो, सभाओं, संगोष्ठी और Debates में छाया हुआ मुद्दा।

राष्ट्र में रहकर युवा भले ही राष्ट्र की सेवा ना कर पा रहे थे, किन्तु भारत की विश्वगुरु की पहचान फिर से ज़िन्दा हो रही थी। संसार स्तब्ध था और धीरे-धीरे विश्व के सभी सम्मानित संस्थानों पर भारतीय युवा Doctors, Engineers, Professors, Scientists, CEO आदि-आदि के रूप में कब्जा जमाते जा रहे थे।




आपके जितने भी जानकार विदेशों में Set हैं, उनमें से ज़्यादातर की Graduation 1990 से 2005 के बीच पूरी हुई होगी। आप खुद देख लीजिये।

फिर से विश्व ने भारत के साथ छल किया। UNO के माध्यम से पैसे फेंककर भारत में No Detention Policy लागू करवाई और Universalisation of Elementary Education के नाम पर भारतीय शिक्षा की बुनियादी जड़ों को काट दिया।

युवाओं को भटकाने के लिए अमेरिकी और यूरोपी कम्पनियों ने Facebook, Whatsapp, twitter और ना जाने कितने जंजाल युवाओं के गले में डाल दिया।




Social Media या Shopping के अलावा आप अपने Computer पर किसी भी Developed Country की कोई भी Useful जानकारी, knowledge, Information वाली website आप नहीं खोल सकते।
आप check कर लीजिये।
वो लोग आपसे Medical, Engineering, Architecture में हो रही advancement share नहीं करना चाहते। बस आपको Social Media पर फँसाकर, आपका ध्यान भटकाकर आपको पढ़ाई में पीछे छोड़ना चाहते थे, और उन्होंने बड़े ही शातिराना ढंग से आपको पीछे छोड़ दिया।




कहाँ गया प्रतिभा-पलायन का मुद्दा ? जब प्रतिभा ही नहीं बची तो प्रतिभा-पलायन कैसा ?

युवा सतर्क हो जायें, Internet को छोड़कर किताबों की तरफ लौटें।

उज्ज्वल भविष्य आपका इंतजार कर रहा है। व्रत का मतलब समझें। संकल्प का मतलब समझें। खाना छोड़ना व्रत नहीं है, Internet या Mobile छोड़ना भी व्रत हो सकता है। दिन में दस घण्टे किताब पढ़ना भी संकल्प हो सकता है।

ये सन्देश किसी अज्ञात लेखक ने लिखा है। मुझे पढ़कर काफी अच्छा लगा और इसलिए मैं आप तक भेज रहा हूँ। आप भी पढ़िये और अच्छा लगे तो आगे भेजिये।

बुराई स्वतः फैलती है और अच्छाई प्रयास के द्वारा।




Thursday 5 April 2018

"sorry"कैसे मांगे जाने-आसान उपाये!





नमस्कार दोस्तों 



    आज जो पोस्ट लेकर आया हूँ , यह हम सब के लिए बहुत जरूरी है क्यूंकि दोस्तों जीवन में गलतियां ,गलतफैमी ,और अनेक प्रकार के रहस्यमय शक हर उस इंसान को होते है जो इन सब से सम्बन्ध रखता है! 






       हर इंसान में कोई न कोई atiitude या यूँ कहे कोई ego तो जरूर होता ही है , ईगो सभी के पास होता है लेकिन सब अपने कंट्रोल में रखते है! लेकिन जैसे ही अपना ईगो दूसरों के सामने जाहिर होता है , तो हम उसे अपने कंट्रोल में नहीं कर पाते है! 





      इंसान अपना ईगो कन्ट्रोल नहीं कर पाते है तो वो लोग ऐसे कदम उठा लेते है जो उसके साथ दूसरों के प्रति भी सही नहीं है!







       कुछ लोग तो ऐसे भी होते है इस दुनियां में जो अपनी स्वयं की गलति को नहीं मानते है और छोटी-छोटी बातों पर अधिक गुस्सा हो जाते है और साथ में कई बार झगड़ा भी कर लेते है और  साथ में पलट का जवाब भी देते है! 








    दोस्तों रिश्ता अनमोल होता है फिर चाहे रिश्ता दोस्ती का हो , पारिवारिक या प्यार का रिश्ता , हमें सब संभाल का रखना है! आप ध्यान रखना इस बात का , की आपकि छोटी सी गलती या आपके attitudes की वजह से यह रिश्ता टूट न जाए!  वैसे भी हम गलती को एक शब्द में नहीं समझ सकते है फिर भी एक उदाहरण है- 




  जैसे- 
       गलती उस तलवार के समान है जो किसी भी रिश्ते को काट के रख सकती है फिर चाहे अपने दोस्त हो अथवा अपने घर में कोई आदर्श व्यक्ति! लेकिन दोस्तों जो सॉरी या माफ़ी शब्द हमारे लिए एक ढाल के जैसे काम कर सकता है जो किसी भी तलवार के वार को आसानी से रोक सकती है!  आप अपने घरवालों से माफ़ी जरूर मांगे यदि आपकि  कोई गलती होती है तो! 






        दोस्तों ऐसी परिस्थिति हमारे जीवन के अनेक पहलुओं में आती है फिर चाहे वह हमारे संबंधों की बात क्यों न हो , या फिर कोई ओर!  यह हमारे छोटे से लेकर बढ़े संबंधों में पूर्णरूप से शामिल होती है , क्यूंकि दोस्तों गलती किसी से भी हो सकती है इस दुनिया में!  हमें अपने जीवन को खुशमय बनाना है तो यह छोटी-बडी गलतियों को  नजर अंदाज करना चाहिए! 






              यदि दोस्तों आप अपने पार्टनर से नाराज हो या फिर आप उन्हे  सॉरी कहना चाहते हो लेकिन आप उनसे सॉरी कहने में कतरा रहे हो, उन से आप अपने दिल की बात कहने में हिचकिचा रहे हो तो दोस्तों आपके लिए कुछ उपाय है मेरे पास आप उन्हे जरुर apply करे! 





बात करे.....👉   यदि दोस्तों आप दोनों के बीच कुछ अनबन हुई है और आप चाहते है की उनसे मांफी मांगी जाय , लेकिन आप उनको कहना नहीं चाहते है तो दोस्तों आप उनसे बाते करे सबसे पहले , आप अपने मन में ऐसे विचार न लाये की वो ही बात करेगा/ करेगी!  यदि आपके वजह से आपको पार्टनर नाराज है तो आपको पहल  करनी चाहिए और उन से बात करनी चाहिए! 


फोन करे-.......👉दोस्तों आज के टाइम में बात करना बहुत आसान है आप अपने फोन से बात कर सकते है और ऐसा तो बिकुल भी नहीं सोचे की वही हमे फोन करेगा उसी ने गलती की है! हाँ यदि आपको ऐसा लगता है की उसकी गलती है तो आप उनके फोन आने का इन्जार कर सकते है! यदि फिर भी आपके पास फोन नहीं आये तो आप स्वयं उन्हें फोन लगाना चाहिए! 



प्यार भरा लेटर लिखे......👉दोस्तों मेरा कहने का मतलब यह है की आपको अपने पार्टनर के लिए , एक ऐसा लेटर लिखना है जिसमे प्यार भरे शब्द हो आप उन्हें दे सकते है या फिर आप whatsaap या fb.Massanger  के माद्यम से भेज सकते हो! 


कोई अच्छा सा गिफ्ट दे......👉दोस्तों आपको  अपने पार्टनर के लिए कोई अच्छा सा गिफ्ट देना चाहिए जो उनकी  पसंद का हो और साथ में अपनी गलती की माफ़ी भी मांगे ताकि उसे लगे , हाँ वाकय में इसे अपनी गलती का एहसास है तो वह आपको दिल से माफ़ जरूर करेंगे!  






टाइम दे....👉दोस्तों मुझे पता है आज के इस माहौल में वक्त की कमी सभी को जरूर है तो आप उनके लिए कुछ ऐसा समय निकालना चाहिए , जिसमे आप दोनों अधिक देर तक समय बिता सको! दोस्तों आप उस समय  अपने साथी  को अपनी गलती का एहसास दिला सकते हो!  


गुलाब दे.....👉दोस्तों यह तो सब को पता है गुलाब कैसे हर एक lover की कैसे मदद करता है प्यार को पाने के लिए  दोस्तों यह प्यार की शुरुआत ही नहीं करवाता बल्कि  यह टूटे रिश्तों को भी जोड़ देता है! तो दोस्तों ऐसा समय बार-बार  नहीं आता है! आप अपने पार्टनर को खोना नहीं  चाहते है तो उन्हें मनाने का यह सब से आसान तरीका तो  है और साथ में यह प्यार की फिर से शुरुआत भी हो सकती है! 








अनैतिक गतिविधि न करे.....👉 दोस्तों आपको याद होना चाहिए की वह आपका पार्टनर है! आप उनके साथ कोई अनैतिक गतिविधियाँ नहीं करे  है! आपको जो भी करना है सोच समझ करे  और एक दुसरे की सहमति से अपने प्यार के संबंध बनाये रखना है!