Thursday 12 July 2018

कैसे किसी अनजान व्यक्ति का दिल जीते?






नमस्कार दोस्तों कैसे है आप? मुझे पता है आप सभी बहुत अच्छे और खुश ही होंगे दोस्तों आज के हिन्दीविचार ब्लॉग में आपके लिए बहुत ही अच्छे विचार बताने जा रहा हूँ! 

आप सभी को पता होगा ही की हम दिन भर में कितने ही लोगों से मिलते है जिसमे से कुछ तो हमें जानते है लेकिन कुछ नहीं जानते है! 





अब सवाल यह उठता है की वह लोग हमे क्यों नहीं जानते है इसका सीधा उत्तर है की हम उन लोगों से मिले नहीं और मिले भी है  तो उनसे अच्छे से तालमेल नहीं बना पाए मतलब उनसे अच्छे से बात नहीं कर पाए है! 

यूँ कहे की उनका हमने अच्छे दिल नहीं जीता है तो दोस्तों आज की पोस्ट में आपको यही बताने वाला हूँ की आप कैसे किसी अनजान व्यक्ति का दिल जीत सकते है? 

वैसे तो किसी अनजान व्यक्ति का दिल जीतना कोई आम बात नहीं है हाँ लेकिन प्रयास करने से यह संभव है! आप भी कर सकते है! वो कैसे होता है  इसके लिए हमारी post को last तक पढ़े! k




यदि आपको वाकई में किसी का दिल जीतना है तो सबसे पहले अपने अंदर कुछ बदलाव लाने होंगे जिससे आपके अंदर सकारात्मक सोच जाग्रत होगी जिससे आपके मन में दूसरों के प्रति सकारात्मक भाव और ख्याल अपने मन में आएंगे! 

दोस्तों सबसे पहले अपने आप को बदल ने के लिए इन प्रमुख बातों का ध्यान रखे! और इन बातों को अपनी जीवन शैली का प्रमुख हिस्सा बना ले! 

दोस्तों आपको कुछ ऐसा बनना पडेगा जिससे लोग आपको पसंद करने लग जाए , आपके अंदर वो काबिलियत जरूर होना चाहिए जिससे हमारी पहचान बढे तो दोस्तों आप कुछ ऐसा work करो जिससे दुनिया वाले आपके fans बन जाए! 




में आपको कोई  actor नहीं बना रहा हूँ में तो आपको hero बनाने की बोल रहा हूँ वो भी आपके फिल्ड के लोगों के लिए मतलब यह की आप जिस कम्पनी में या कही भी काम कर रहे!  

सबसे पहले तो आपका दूसरों के प्रति व्यवहार ही आपको हीरो बनाएगा जब आपको सबलोग अच्छे से जानते होंगे तो जाहिर है नए आने वाले अनजान व्यक्ति भी आपके व्यवहार द्वारा बहुत ही जल्द से दोस्ती का लेगा! 




दोस्तों मेरा एक दोस्त है जो किसी भी अनजान व्यक्ति से बात करने में ही सामने वाले व्यक्ति का दिल जीत लेता है मतलब उस के अंदर ऐसी काबिलियत है जिसके द्वारा वह किसी भी व्यक्ति के अंदर पहली बार में उसके प्रति ऐसी छाप छोड़ देता है जो उसे कभी बुला ही नहीं पाते है तो दोस्तों आप अंदर भी वह काबिलीयत या यूँ कहे वह टेलेंट जरूर होना चाहिए! 




Wednesday 20 June 2018

What is depression? / अवसाद क्या है?


नमस्कार दोस्तों आज आप depression के बारे में जानेंगे depression से हम कैसे छुटकारा पा सकते है और यह हमारे लिए किस प्रकार घातक सिद्ध होता है आपके लिए कुछ उपाए और depression या अवसाद के बारे में पूर्ण जानकारी लेकर आया हूँ आप जरूर पढ़े ..धन्यवाद 
What is depression? / अवसाद क्या है?

जीवन में कभी-कभार low feel करना एक सामान्य बात है. लेकिन जब ये एहसास बहुत समय तक बना रहे और आपका साथ ना छोड़े तो ये depression या अवसाद हो सकता है. ऐसे में जीवन बड़ा नीरस और खाली-खाली सा लगने लगता है . ऐसे में ना दोस्त अच्छे लगते हैं और ना ही किसी और काम में मन लगता है. Life hopeless लगने लगती है और positive बातें भी negative लगने लगती हैं. यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो घबराने की ज़रुरत नहीं है. ज़रुरत है depression के symptoms और कारणों को समझने की और फिर उसका इलाज करने की.



हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं.कभी सफलता मिलने पर बहुत ख़ुशी मिलती है तो कभी असफल होने पे इंसान दुखी हो जाता है. कई बार लोग छोटे-मोटे दुःख को भी depression का नाम दे देते हैं, जो कि बिलकुल गलत है. Depression normal sadness से बहुत अलग होता है. आइये इसकी परिभाषा को समझते हैं:

अवसाद एक ऐसी मानसिक स्थिति या स्थायी मानसिक विकार है जिसमे व्यक्ति को उदासी, अकेलापन, निराशा, कम आत्मसम्मान, और आत्मप्रतारणा महसूस होती है ; इसके संकेत मानस – मिति संबंधी मंदता , समाज से कटना ,और ऐसी स्थितिया जिसमे की कम भूख लगना और अत्यधिक नीद आना में नज़र आते हैं.”
ध्यान देने कि बात है कि आम तौर पर होने वाली tension या दुःख का अवसाद से कोई लेना-देना नहीं है.



Depression के लक्षण ?

यदि आपको नीचे दिए गए symptoms में से एक या अधिक आपके साथ match करते दीखते हैं तो आपके depressed होने की सम्भावना है:

  • या तो आपको नीद नहीं आती या बहुत अधिक नीद आती है.
  • आप ध्यान नहीं केन्द्रित कर पाते और जो काम आप पहले आसानी से कर लेते थे उन्हें करने में कठिनाई होती है.
  • आप hopeless और helpless feel करते हैं.
  • आप चाहे जितनी कोशिश करें पर अपनी negative thoughts को नहीं रोक पाते हैं.
  • या तो आपको भूख नहीं लगती या आप बहुत ज्यादा खाते हैं.
  • आप पहले से कहीं जल्दी irritate या aggressive हो जाते हैं, और गुस्सा करने लगते हैं.
  • आप normal से कहीं ज्यादा शराब पीते हैं.
  • आपको लगता है कि ज़िन्दगी जीने लायक नहीं है और आपके मन में suicidal thoughts आते हैं.( ऐसा है तो तुरंत इलाज़ कराएं)

Depression and suicide

बहुत ज्यादा Depression की वज़ह से व्यक्ति आत्महत्या करने तक की सोच सकता है. Depression के दौरान व्यक्ति खुद को बिलकुल असहाय महसूस कर सकता है और उसे सभी समस्याओं का हल अपनी life end करने में नज़र आने लगता है.यदि कोई आपसे आत्महत्या करने जैसी बातें करता है तो संभवतः वो depression से ग्रसित है , और वो सिर्फ आपको अपनी बात ही नहीं बता रहा है बल्कि वो मदद के लिए चिल्ला रहा है, और आपको उसकी मदद ज़रूर करनी चाहिए. और यदि आप खुद को ऐसा करते देख रहे हैं तो बिना देरी किये आपको experts की मदद लेनी चाहिए.
यदि आप किसी में इन बातों को देखते हैं तो वो आत्महत्या के लिए चेतावनी हो सकती है:





  • अपने को मारने या ख़तम करने के बारे में बात करना.
  • अचानक ही लोगों को goodbye करने के लिए मिलना या phone करना.
  • बिना वजह अपनी संपत्ति या अन्य valuable चीजों को औरों को देना.
  • ऐसी भावनाएं व्यक्त करना जिससे व्यक्ति बहुत ही असहाय और उलझा हुआ प्रतीत हो.
  • हमेशा मरने सम्बन्धी बातें करना.
  • असामान्य व्यवहार करना जैसे कि बिना वजह red-light jump करना.
  • असामान्य बातें करना जैसे, ” मेरे ना रहने से किसी को फरक नहीं पड़ता.”
  • अचानक ही एकदम depressed होना और फिर ख़ुशी जाहिर करने लगना.

यदि आपको लगता है कि आपका कोई friend या relative suicide करने के बारे में सोच रहा है तो तुरंत ही उसे professional help दिलाइये. Suicidal thoughts और feelings के बारे में openly बात करना किसी की जान बचा सकता है.



पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों में depression अलग-अलग तरह से होता है. इसके बारे में awareness रखना, समस्या को सही तरीके से समझने और उसका निवारण करने में मदद करता है:
पुरूषों में अवसाद :

Depressed पुरुषों में ऐसी ही महिलाओं की अपेक्षा कम निराशा और self-hatred देखी जाती है. इसकी जगह वो थके होने, चिडचिड़ा होने, नीद ना आने ,काम में मन ना लगने जैसी शिकायतें करते हैं. अवसाद के कुछ और लक्षण जैसे कि गुस्सा आना, आक्रामक होना, हिंसा करना , लापरवाह होना और अधिक शराब पीना भी ऐसे पुरुषों में देखे जा सकते हैं. हालांकि महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा depressed होने के chances double होते हैं पर पुरुषों में आत्महत्या की प्रवित्ति ज्यादा होती है.
महिलाओं में अवसाद :

महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा depressed होने के chances double होते हैं, इसकी कुछ वजहें hormones से related होती हैं, खासतौर से premenstrual syndrome (महावारी पूर्व सिंड्रोम PMS), premenstrual dysphoric disorder (PMDD), postpartum depression, and perimenopausal depression. महिलाओं में depression के लक्षण ज्यादा खाने, ज्यादा सोने, weight बढ़ने , अपराध-बोध होने , निराश होने के रूप में नज़र आते हैं.

Depression के कारण

कुछ बीमारीओं के सटीक कारण होते हैं, जिससे उनका इलाज़ आसान हो जाता है. Diabetes (मधुमेह) है तो insulin ले लीजिये, appendicitis (पथरी) है तो surgery करा लीजिये. लेकिन depression थोड़ी जटिल बीमारी है. ये सिर्फ मस्तिष्क में हो रहे chemical imbalance की वजह से ही नहीं बल्कि कोई अन्य जैविक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कारणों से भी हो सकता है. दुसरे शब्दों में कहें तो ये आपकी lifestyle, आपकी relations, आप समस्याओं को कैसे handle करते हैं, इन बातों की वजह से भी हो सकता है. पर कुछ factors depression होने के chances बढ़ा देते हैं:




  • अकेलापन
  • Social support की कमी
  • वित्तीय समस्याएं
  • हाल में हुए तनावपूर्ण अनुभव
  • वैवाहिक या अन्य रिश्तों में खटास
  • खराब बचपन
  • शराब या अन्य नशीली दवाओं का सेवन
  • बेरोजगारी
  • Work pressure

Depression का सही कारण समझना उसके इलाज को आसान बना सकता है. जैसे कि यदि कोई अपनी नौकरी से परेशान होने की वजह से depression में जा रहा है तो उसके लिए किसी antidepressant लेने की जगह कोई अन्य अच्छी नौकरी या रोजगार कहीं ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. यदि आप अकेलेपन की वजह से परेशान हैं तो दोस्तों के साथ वक़्त बिताना या कोई अच्छी hobby pursue करना आपके लिए ज्यादा लाभदायक हो सकता है. ऐसे cases में परिस्थितियां बद्लालने मात्र से अवसाद से छुटकारा पाया जा सकता है.
कैसे पार पाएं depression से :

जिस प्रकार अलग अलग लोगों में depression के लक्षण और कारण अलग अलग होते हैं, उसी प्रकार इससे पार पाने के तरीके भी अलग अलग होते हैं.जो उपाय एक व्यक्ति के लिए काम कर जाये वो दुसरे के लिए भी करे ऐसा ज़रूरी नहीं है, और ज्यादातर cases में इलाज कि कोई एक विधि पर्याप्त नहीं होती. यदि आपको खुद में या आपके किसी शुभचिंतक में अवसाद के लक्षण नज़र आते हैं तो treatment options को explore करने में कुछ वक़्त लगाइए. अधिकतर मामलों में सबसे बढिए approach इन उपायों का combination होती हैं : social support, lifestyle changes, emotional skills building, and professional help.
मदद मांगिये:
यदि आपको लगता है कि आप depression में जा रहे हैं या already depressed हैं तो इस बात को छुपाइये नहीं, और ना ही सिको लेकर हीन महसूस कीजिये क्योंकि depression एक बहुत ही common illness है , और इसका उपचार पूर्णतः संभव है. इसे छिपाना इसे बढ़ावा देने जैसा है , अपने घर-परिवार में इसको discuss कीजिये , अपने अभिन्न मित्रों से भी सलाह मशविरा कीजिये. यदि कोई ना हो तो आप सीधे किसी psychologist से भी मिल सकते हैं.



अपनी lifestyle improve कीजिये :
ऐसा आप इन तरीकों से कर सकते हैं:

  • रिश्तों में सुधार ला कर
  • रोज व्यायाम करके
  • सेहत से भरपूर भोजन करके
  • Relaxation techniques प्रयोग करके
  • नकारात्मक सोच बदल कर

Emotional Skills develop करिए :

बहुत लोग तनाव को सही से deal नहीं कर पाते हैं और भावुक हो जाते हैं. Emotional skills आपको विपरीत परिस्थितियों में अपना balance बनाये रखने में मदद करती हैं.इसके लिए आप stress management से सम्बंधित कोई short-term course कर सकते हैं.
पेशेवर से मदद लीजिये :

यदि इन सब चीजों से बात ना बने तो किसी mental health professional से हेल्प लीजिये . Depression के treatment के लिए कई प्रभावकारी तरीके हैं: जैसे कि थेरेपी , दवाएं, alternative treatments इत्यादि. Exactly क्या तरीका use करना है ये आपके depression के कारणों पर depend करेगा.
इन बातों पर भी ध्यान दीजिये:





  • डिप्रेशन शब्द का प्रयोग कम से कम कीजिये.
  • छोटी-मोटी परेशानियों को भूलकर भी डिप्रेशन का नाम मत दीजिये. ऐसा करने से आपका अवचेतन मस्तिष्क इस बात को घर कर सकता है और आपके सच में डिप्रेशन के मरीज बनने के संयोग बढ़ जायेंगे.
  • अच्छी चीजें पढ़ें जो आपके अन्दर positivity लाएं.
  • नकारात्मक सोच रखने वालों से दूरी बना कर रखें.
  • इस बात को समझे कि life में जबतक असफलता नहीं होगी तबतक सफलता का मोल भी नहीं समझ आएगा. इसलिए असफलता को हर-एक चीज का अंत मत समझिये.

क्या करें यदि कोई अन्य संकट में हो ?

यदि आप ऐसे किसी व्यक्ति को जानते हों जो depression की वजह से कोई गलत कदम उठाने जा रहा हो या उस बारे में सोच रहा हो तो:




  • तुरंत उसके सगे-सम्बन्धियों को आगाह करें. परिवार के तरफ से मिली थोड़ी सी सहानभूति किसी कि जान बचा सकती है.
  • उस व्यक्ति को कत्तई अकेला ना छोड़ें.
  • उसे इस Helpline number पर बात कराएं, या करने को कहें .इस नंबर पर निःशुल्क counselling की सुविधा उपलब्ध है. यह मुंबई का नम्बर है,इसे मैंने खुद check किया है , यह काम करता है.24×7 Helpline: 022-27546669

Tuesday 29 May 2018

बीबी/गर्लफ्रेंड का गुस्सा कम करने के पांच रामवाण उपाय, bibi /girlfriend ka gussa km karne ke upaay












अरे, यार.... यह बीबी का गुस्सा भी न ,सभी शादीसुदा लोगों  की सबसे बड़ी प्रॉब्लम  बन गयी है! हर शादीसुदा इंसान को जिसे हर समय  झेलना पड़ता है! कभी  - अनचाहे तो कभी जाने -अनजाने
जब पत्नी गुस्से में हो तो पति की शामत आ जाती है मतलब उस समय बो बेचारा हो जाता है! 



गुस्से को शांत करना बहुत मुश्किल काम नहीं है , लेकिन पुरुष  ही क्या जो मुश्किलों का सामना न कर पाए बैसे बीबी को मनाना बहुत ही मुश्किल काम है लेकिन नामुमकिन नहीं है , तो आईये जानते  है

किस प्रकार अपनी पत्नी  के गुस्से  पर काबू में किया  जा  सकता है 






बैधानिक चेतावनी :- नुक्सो को सोच समझ कर इस्तेमाल करे ,इसके साइड इफेक्ट भी हो  सकते है इसके  आप स्वयं  जिम्मेदार होंगे! 





पहला तरीका  ;-
सबसे पहला उपाय यह की आप अपनी बीवी का गुस्सा कम या शांत करने के लिए ... आपकी गलती नहीं भी हो ,  तो भी ये मान लो कि 'हां, मुझसे गलती हो गई'।
अब आप 'सुरक्षित' महसूस कर रहे हैं। वैसे भी हमेशा शादीशुदा पुरुष  की ही गलती होती है! 





दूसरा तरीका :-
जब भी आपकी पत्नी गुस्से से आपको देखे, उन्हें प्यार से जवाब दे 
और जिस नाम से बुलाते हैं उस नाम से प्यार से बुलाएं- जैसे कोई प्यारा सा नाम के साथ थोड़ी तारीफ़ भी करे 'अरे मेरी स्वीटहार्ट, तुम हंसती हुई दीपिका पादुकोण लगती हों', चाहे आप उसकी हंसी देखकर या सुनकर 'घबरा' जाते हों। 

तीसरा तरीका :-
अगर खाना बेस्वाद बना हो तब भी आप अपनी पत्नी की जमकर तारीफों के पुल बांध दें। 
बस यही नहीं, खाने के बाद डाइनिंग टेबल और किचन भी साफ कर दिया, मतलब थोड़ी साफ सफाई या पत्नी की मदद करना चाहिए तो ऐसा लगेगा जैसे कोई युद्ध छिड़ा ही नहीं था।

चौथा तरीका :-




कभी भी पत्नी के खाने के बारे में गलत बात न करे मतलब ये न बोलें कि मुझे ये नहीं खाना है! कजाते समय जो भी बने उसकी प्रशसा या जम कर तारीप जरूर  करते हुए खाए हां, अगर 4-5 दिन भूख हड़ताल पर बैठने की हिम्मत है
तो कर लो अपने मन की,
फिर तो भगवान भी आपकी मदद नहीं कर सकता।







मुझे तुम्हारी ये बात नहीं अच्छी लगती' ऐसा बोलना मतलब अपने कपड़ों में खुद आग लगाने से भी ज्यादा खतरनाक है। हमेशा यही बोलें कि तुम हमेशा सही हों।





जैसे सूरज सिर्फ पूरब से ही निकल सकता है, वैसे तुम हमेशा सही हो सकती हो।वो बाहर चली गयी हो और मैकअप अच्छा न हो तब तो भाई आपके ही हाथ में है उनका गुस्सा, चाहे वे कैसी भी लग रही हों। 







उन्हें यही बोलें कि वे एकदम परी जैसी लग रही हैं। अगर आपने ये बोल दिया कि मैकअप खराब है या कपड़े, तो फिर सोच लो उस दिन की बजाए 'अगले दिन' आप पार्टी में गयी 

पांचवा  तरिका 




अपनी बीवी को इम्प्रेस करने के लिए उसके साथ टिपटॉप बनकर घूमने जाएं, उनके लिए धन के देवता बन जाएं, मतलब शॉपिंग, घुमाना-फिराना, फिल्म दिखाना,बच्चों के स्कूल के सारे काम करना, मायके लेकर जाना। 

यह तो कभी भूल कर भी न करे 

दोस्तों बस इतना कर लिया मतलब आप  'गंगा स्नान' करके आ गए।उनके साथ होते हुए फोन पर व्हाट्सअप और फेसबुक पर 
अपना एंटरटेनमेंट करने की बजाए सिर्फ उसे वक्त दें, 
नहीं तो आपका एंटरटेनमेंट हो सकता है। 



वैसे टाइम पर फोन का बिल भरना न भूलें, 
ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।मॉल में शॉपिंग करते समय या पार्टी में दूसरी लड़कियों की तारीफ भूलकर भी न करें।



पत्नी के सामने दूसरी औरत की तारीफ करना मतलब बिना प्रशिक्षण आपने उस खतरनाक खेल में हिस्सा ले लिया है,
जिसका नाम तो सुना ही होगा 'मौत का कुआं'। 




इससे अच्छा है कि उनकी तारीफ में एक गाना ही गा दें-
'तारीफ करूं क्या उसकी, जिसने तुझे बनाया...।'

दोस्तों आपको यह पोस्ट किसी लगी हमें जरूर कम्मेंट कर के जरूर बताये , धन्यवाद 

Thursday 5 April 2018

"sorry"कैसे मांगे जाने-आसान उपाये!





नमस्कार दोस्तों 



    आज जो पोस्ट लेकर आया हूँ , यह हम सब के लिए बहुत जरूरी है क्यूंकि दोस्तों जीवन में गलतियां ,गलतफैमी ,और अनेक प्रकार के रहस्यमय शक हर उस इंसान को होते है जो इन सब से सम्बन्ध रखता है! 






       हर इंसान में कोई न कोई atiitude या यूँ कहे कोई ego तो जरूर होता ही है , ईगो सभी के पास होता है लेकिन सब अपने कंट्रोल में रखते है! लेकिन जैसे ही अपना ईगो दूसरों के सामने जाहिर होता है , तो हम उसे अपने कंट्रोल में नहीं कर पाते है! 





      इंसान अपना ईगो कन्ट्रोल नहीं कर पाते है तो वो लोग ऐसे कदम उठा लेते है जो उसके साथ दूसरों के प्रति भी सही नहीं है!







       कुछ लोग तो ऐसे भी होते है इस दुनियां में जो अपनी स्वयं की गलति को नहीं मानते है और छोटी-छोटी बातों पर अधिक गुस्सा हो जाते है और साथ में कई बार झगड़ा भी कर लेते है और  साथ में पलट का जवाब भी देते है! 








    दोस्तों रिश्ता अनमोल होता है फिर चाहे रिश्ता दोस्ती का हो , पारिवारिक या प्यार का रिश्ता , हमें सब संभाल का रखना है! आप ध्यान रखना इस बात का , की आपकि छोटी सी गलती या आपके attitudes की वजह से यह रिश्ता टूट न जाए!  वैसे भी हम गलती को एक शब्द में नहीं समझ सकते है फिर भी एक उदाहरण है- 




  जैसे- 
       गलती उस तलवार के समान है जो किसी भी रिश्ते को काट के रख सकती है फिर चाहे अपने दोस्त हो अथवा अपने घर में कोई आदर्श व्यक्ति! लेकिन दोस्तों जो सॉरी या माफ़ी शब्द हमारे लिए एक ढाल के जैसे काम कर सकता है जो किसी भी तलवार के वार को आसानी से रोक सकती है!  आप अपने घरवालों से माफ़ी जरूर मांगे यदि आपकि  कोई गलती होती है तो! 






        दोस्तों ऐसी परिस्थिति हमारे जीवन के अनेक पहलुओं में आती है फिर चाहे वह हमारे संबंधों की बात क्यों न हो , या फिर कोई ओर!  यह हमारे छोटे से लेकर बढ़े संबंधों में पूर्णरूप से शामिल होती है , क्यूंकि दोस्तों गलती किसी से भी हो सकती है इस दुनिया में!  हमें अपने जीवन को खुशमय बनाना है तो यह छोटी-बडी गलतियों को  नजर अंदाज करना चाहिए! 






              यदि दोस्तों आप अपने पार्टनर से नाराज हो या फिर आप उन्हे  सॉरी कहना चाहते हो लेकिन आप उनसे सॉरी कहने में कतरा रहे हो, उन से आप अपने दिल की बात कहने में हिचकिचा रहे हो तो दोस्तों आपके लिए कुछ उपाय है मेरे पास आप उन्हे जरुर apply करे! 





बात करे.....👉   यदि दोस्तों आप दोनों के बीच कुछ अनबन हुई है और आप चाहते है की उनसे मांफी मांगी जाय , लेकिन आप उनको कहना नहीं चाहते है तो दोस्तों आप उनसे बाते करे सबसे पहले , आप अपने मन में ऐसे विचार न लाये की वो ही बात करेगा/ करेगी!  यदि आपके वजह से आपको पार्टनर नाराज है तो आपको पहल  करनी चाहिए और उन से बात करनी चाहिए! 


फोन करे-.......👉दोस्तों आज के टाइम में बात करना बहुत आसान है आप अपने फोन से बात कर सकते है और ऐसा तो बिकुल भी नहीं सोचे की वही हमे फोन करेगा उसी ने गलती की है! हाँ यदि आपको ऐसा लगता है की उसकी गलती है तो आप उनके फोन आने का इन्जार कर सकते है! यदि फिर भी आपके पास फोन नहीं आये तो आप स्वयं उन्हें फोन लगाना चाहिए! 



प्यार भरा लेटर लिखे......👉दोस्तों मेरा कहने का मतलब यह है की आपको अपने पार्टनर के लिए , एक ऐसा लेटर लिखना है जिसमे प्यार भरे शब्द हो आप उन्हें दे सकते है या फिर आप whatsaap या fb.Massanger  के माद्यम से भेज सकते हो! 


कोई अच्छा सा गिफ्ट दे......👉दोस्तों आपको  अपने पार्टनर के लिए कोई अच्छा सा गिफ्ट देना चाहिए जो उनकी  पसंद का हो और साथ में अपनी गलती की माफ़ी भी मांगे ताकि उसे लगे , हाँ वाकय में इसे अपनी गलती का एहसास है तो वह आपको दिल से माफ़ जरूर करेंगे!  






टाइम दे....👉दोस्तों मुझे पता है आज के इस माहौल में वक्त की कमी सभी को जरूर है तो आप उनके लिए कुछ ऐसा समय निकालना चाहिए , जिसमे आप दोनों अधिक देर तक समय बिता सको! दोस्तों आप उस समय  अपने साथी  को अपनी गलती का एहसास दिला सकते हो!  


गुलाब दे.....👉दोस्तों यह तो सब को पता है गुलाब कैसे हर एक lover की कैसे मदद करता है प्यार को पाने के लिए  दोस्तों यह प्यार की शुरुआत ही नहीं करवाता बल्कि  यह टूटे रिश्तों को भी जोड़ देता है! तो दोस्तों ऐसा समय बार-बार  नहीं आता है! आप अपने पार्टनर को खोना नहीं  चाहते है तो उन्हें मनाने का यह सब से आसान तरीका तो  है और साथ में यह प्यार की फिर से शुरुआत भी हो सकती है! 








अनैतिक गतिविधि न करे.....👉 दोस्तों आपको याद होना चाहिए की वह आपका पार्टनर है! आप उनके साथ कोई अनैतिक गतिविधियाँ नहीं करे  है! आपको जो भी करना है सोच समझ करे  और एक दुसरे की सहमति से अपने प्यार के संबंध बनाये रखना है! 







Monday 26 March 2018

डर एक आम समस्या

 डर एक आम समस्या


नमस्कार दोस्तों आज आप पढ़ेंगे एक और नया लेख जिसका शीर्षक  " डर " है! डर के बारे में सब को पता है ,  मनुष्य एवं अन्य प्राणियों में यह प्रत्यक्ष रूप से उनके  जीवन में निहित होता है!  क्यूंकि यह स्वाभाविक होता है इसको हम महसूस भी करते है और कभी कभी इसको नहीं भी करते है! कई बार हम इसको महसूस नहीं कर पाते है क्यूंकि यह एक प्रकार से नकारात्मक भावना होती  है , नकारात्मक भावना मतलब ऐसी सोच जो संसार में वषों पहले से व्यप्त है इसे देखा जा सकता है , समझा जा सकता है तथा इसको महसूस किया जा सकता है जिसे पारिवारिक डर , जीवन सम्बंधित डर , भूत प्रेत आदि कितने ही रूप में जाना जाता  है
         जब हमें कोई खतरे की आशंका होती है तब डर की अनुभूति होती है मतलब डर हमारे लिए खतरे की घंटी के जैसे काम करता है डर हमारे विचार , ख्वाब , सपनो को पूरा करने में अड़चने पैदा करता है! लेकिन हमें इसका डट कर सामना करना चाहिए , ऐसा नहीं की बापिस  उससे हार मान कर आना है  , वैसे डर को भी गहराई से समझा जाये तो यह एक नदी में नाव के जैसे काम करता है जो हमें पार लगा सकता है यदि उसका सामना किया जाय तो बस उसे जीतना हमें पड़ता , और दोस्तों एक डर को एक बार जीत गए न तो मनो हम सफल हो गए क्यूंकि डर के आगे जीत है जरूर

            डर से लोग डरते है वह लोग इसे मानते है जबकि  यह एक वहम होता है झूठ होता है काल्पनिक जो हमें हमारी इच्छानुसार कोई भी कार्य करने नहीं देता वह हमें भय रुपी जंजीरों से जकड देता है! (यहां बताया गया  डर का शाब्दिक अर्थ भय होता है) भय रुपी जंजीर जब हमें जकड लेती है तब हमें कुछ समझ नहीं आता है और पहली बार कोई  कार्य करने के लिए जाते है उस समय हमें डर महसूस होता है हम घबरा जाते है , और सोचने लगते है पता नहीं मेरा क्या होगा और साथ में अपने मन में चिंतित होते रहते है और यह सब होता जब हम कोई कार्य करने वाले होते है या कर चुके होते है , अथवा हम उसका इन्तजार कर रहे होते है तब हमारे मन में डर नामक भय उत्पन्न होता है जिसके कारण हमें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसकी बजह से हम अपना कोई बड़ा सपना या ख्वाब को पूरा नहीं कर पाते है और उसे अधूरा ही किनारे पर छोड़ना पढता है और हम फिर उस सपने को भूल जाते है इसके बाद आगे बढ़ने की हम कोशिश ही नहीं करते है बस हमेशा के लिए बिल्ली बने रहते है और एक कोने में छुपे रहते है , तो दोस्तों आप समझ रहे न में क्या कहना चाहता हूँ लेकिन अपसोस फिर भी लोग न कुछ सीखते है और न ही समझते है! जरूर पढ़े
            व्यक्ति को  यदि इस डर को काबू में करना आता है तो उसे सफल होने में कोई नहीं रोक सकता क्योंकि उसे पता होता की डर क्या होता है वह उसे नकारात्मक दृस्टि से देखता है! वैसे तो डर के अनेको रूप है लेकिन मौत का डर सबसे बड़ा डर होता है जबकि सब को पता है यह एक दिन आनी ही है क्यूंकि यह जीवन का सत्य है!  एक और डर होता है जो की काल्पनिक होता है वह डर है भूत जिससे सब डरते है इस संसार में भूत नहीं है बस उनकी जगह काल्पनिक कहानियां है जिसका आज के ज़माने में भूत का रूप धारण कर लिया है में नहीं मानता हूँ भूत प्रेत! यह सब झूठ पर आधारित अवधारणाये है

Wednesday 21 March 2018

जाने- डर को कंट्रोल करने का उपाय






नमस्कार दोस्तों आज आप पढ़ेंगे एक और नया लेख जिसका शीर्षक  " डर " है! डर के बारे में सब को पता है ,  मनुष्य एवं अन्य प्राणियों में यह प्रत्यक्ष रूप से उनके  जीवन में निहित होता है!  क्यूंकि यह स्वाभाविक होता है इसको हम महसूस भी करते है और कभी कभी इसको नहीं भी करते है! कई बार हम इसको महसूस नहीं कर पाते है क्यूंकि यह एक प्रकार से नकारात्मक भावना होती  है , नकारात्मक भावना मतलब ऐसी सोच जो संसार में वषों पहले से व्यप्त है इसे देखा जा सकता है , समझा जा सकता है तथा इसको महसूस किया जा सकता है जिसे पारिवारिक डर , जीवन सम्बंधित डर , भूत प्रेत आदि कितने ही रूप में जाना जाता  है          दोस्तों हम चाहे तो बढ़े से बढ़ा डर क्यों न हो हम उन पर आराम से जीत हांसिल कर सकते है बस उसके लिए चाहिए की हमें अपने आप भर भरोषा होना चाहिए स्वयं पर विश्वास होना चाहिए है तो हम कोई से भी डर का सामना कर सकते है


जरूर पढ़े- जाने...भय के प्रकार ?

(1).....डर का डट के सामना करे- दोस्तों यदि आप किसी डर की वजह से परेशान हो तो दोस्तों करों न उस डर का  क्या जाता है ट्राई करने में इससे आप विफल होते हो तो आपको इससे कुछ सीखने को मिलेगा तो देर किस बात हो जाओ तैयार डर का सामना करने के लिए!





 (2)...आत्मविश्वास का होना- दोस्तों कोई भी कार्य में सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी होता है तो आप अपना विश्वास बनाये रखो इसके बाद डर को तो तुम चुटकियों में निकल फेंकोगे! 

 (3)....ध्यान करे- दोस्तों ध्यान एक ऐसी चाबी है जिसके द्वारा हमारे शरीर का प्रत्येक ताला खोल सकते है मतलब इससे हम प्रतिदिन करेंगे तो डर दूर होता चला जायेगा! 





(4).....अपनी गलती को सुधारे- जी हाँ दोस्तों डर कब पैदा होता है जब हम कोई गलती करते है इसके बाद हमे डर महसूस होने लगता है तो अपनी गलती को सुधारने का प्रयास कर सकते है 

(5)......स्वस्थ का ध्यान रखे- दोस्तों आपको अपने डर पर काबू पाने के लिए अपने स्वस्थ पर ध्यान देना भी जरुरी है तभी तो आप डर का सामना कर पाओगे! 

(6).....कल्पना करने पर नियंत्रण रखे- दोस्तों आपको आपकी दिमाग में डर के बारे में अधिक नहीं सोचना चाहिए और न ही उसके बारे में कल्पना करना चाहिए क्यूंकि हम जितनी कल्पना करेंगे यह उतना ही हमारे लिए घातक सिद्ध होगा इसलिए इस पर कंट्रोल रखे! 





(7)......गलतियों से सीखना चाहिए- दोस्तों आप जो गलतियां करते हो उनको द्वार न होने के प्रयास






          

Saturday 10 March 2018

hindivichar597.online अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ाये जाने पांच तरीखे हिंदी में ?





               दिमाग क्या है?
क्या क्या कर सकता है , अपना दिमाग पता है आपको नहीं न? तो दोस्तों इस ब्लॉग को आप last तक पढ़ना! यह थोड़ा बड़ा हो सकता है , वैसे हमें आपके समय की फ़िक्र है! फिर भी आप पढ़े क्यूंकि ऐसा ज्ञान , ऐसी इनफार्मेशन , कोई बताएगा भी नहीं , आपको अपने दिमाग के बारे में और इसका कोई मूल्य या रूपये नहीं है मेरे लिए! हम सब को पता है! की हमारा दिमाग दिन-भर , दिन-रात यानि हफते के 24×7 सोचता ही रहता है, मतलब हमारे दिमाग में कोई न कोई विचार आते ही रहते है! यानी हमारा दिमाग आपके स्मार्ट फोन से भी तेज गति से कार्य कर सकता है! यह एक सुपर कंप्यूटर की मेमोरी से भी कई गुना याददास्त को store करके रख सकता है , आप अपने दिमाग को बिजली के जैसे तेज कर सकते हो इसके लिए आपको कुछ टिप्स कुछ rules कुछ उपायों को फॉलो करना पड़ेगा जैसे मोबाइल या कंप्यूटर को अपनी मेमोरी के लिए उसके processer पर depend होना पड़ता है ठीक उसी प्रकार आपको भी अपनी लाइफ में आगे बढ़ने के लिए या अपनी लाइफ को खुशमय बननाने के लिए आपके दिमाग को तेज रखना बहुत जरुरी होता है इसके लिए आपको अपने दिमाग को relax रखना बहुत मायने रखता है क्यूंकि आपका दिमाग इतना सोचता जो रहता है! आप नीचे दिये टिप्स को फॉलो कर सकते हो , जिससे आपके दिमाग के साथ याददास्त था शरीर पूरी तरह से ऊर्जावान हो जायेगा एवं याद करने की शक्ति बढ़ेगी!

(१)....नियमित अनुलोम-विलोम करे

              अनुलोम का अर्थ होता है सीधा और विलोम का अर्थ है उल्टा। यहां पर सीधा का अर्थ है नासिका या नाक का दाहिना छिद्र और उल्टा का अर्थ है-नाक का बायां छिद्र। अर्थात अनुलोम-विलोम यह प्राणायाम का एक हिस्सा है यह दिमाग को तेज रखने के लिए आपको क्या करना पड़ेगा? तो दोस्तों , मेने अपने पिछले ब्लॉग में कुछ टिप्स दिए थे जिनका संबंध था ध्यान से ! आप इसके लिए ध्यान करते वक्त जिस अवस्था में बैठते है यानी पद्मासन , आप उस अवस्था में बैठने के बाद अपने अपने left हाथ को उठाये और इसे अपनी नाक पर रखे अब आप left वाली नाक को बंद करे और और right वाली नाक को खोल के अंदर की ओर गहरी साँस लेना है और left वाली नाक से छोड़ना है इसे कम से कम पांच मिनिट जरूर करे!

इसके बाद अपने अपने right हाथ को उठाये और इसे अपनी नाक पर रखे अब आप right वाली नाक को बंद करे और और left वाली नाक को खोल के अंदर की ओर गहरी साँस लेना है और right वाली नाक से बहार छोड़ना है और कम से कम पांच मिनिट करे इस क्रिया को अनुलोम और विलोम कहते है इसको ध्यान करने के बाद करे यह हमारे रक्तचाप को शुद्ध करता है इसे वैज्ञानिक दृस्टि से इसे बहुत अच्छा बताया गया है

             यदि दोस्तों इस trick को आप अपनी लाइफ में apply करोगे तो यह आपके मस्तिष्क में आ रहे नकारात्मक विचारों को दूर करेगा और आपका दिमाग भी तीव्र गति से काम करेगा क्यूंकि अनुलोम विलोम और ध्यान से हमारा मस्तिष्क शुद्ध हो जाता है! अनुलम विलोम के द्वारा हमारी याददास्त की शक्ति बढ़ती है यह उनके लिए बहुत फायदेमंद है जो बहुत यादस्स्त में कमजोर होते है





(2).....बादाम का सेवन करे -

दोस्तों हम सब को बादाम के बारे में तो पता ही है की इसके सेवन से हमारी याददास्त बढ़ती है लेकिन क्या आपको इसके पीछे का scientific trick पता है नहीं न? तो दोस्तों बादाम में कुछ ऐसे nutrition होते है जो आपके दिमाग के लिए ही फयदेमंद नहीं होते बल्कि आपके शरीर के लिए भी बहुत लाभकारी होते है बादाम में lean protein पाया जाता है जो आपके शरीर के साथ आपके याददास्त के लिए भी फायेदेमंद है , बादाम में जिंक खनिज पाया जाता है जो हमारे इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ावा देती है

 (3).......अखरोट का सेवन करे
 दोस्तों आपको अखरोट खाना चाहिए क्योंकि अखरोट में अमेगा ३ होता है जो  स्मरण शक्ति को बढ़ावा देती है आपको रोजाना तीन से चार अखरोट खाना चाहिए अखरोट में ओमेगा के साथ कई और प्रमुख प्रोटीन होते है जो हमारे शरीर के लिए जरूरी है इससे मिले प्रोटीन से हमें कई फायदे होते है इसलिए आप इसका सेवन कर सकते है

(4).......दही का सेवन करे
            दोस्तों आपको रोजाना भोजन के साथ दाई खाना चाहिए इसमें कुछ ऐसे पदार्थ होते है जो समरण शक्ति को बढ़ाने में हमारी मदद करते है आप इसका सेवन करे आपकी याद करने की शक्ति बढ़ेगी!
 
(5)......उलटे क्रम में याद करना
           उलटे क्रम यानी आप सोने से पहले अपनी दिन भर की दिनचार्य को याद करे जैसे आप ने सोने से पहले क्या किया था उससे पहले क्या किया था उससे भी पहले क्या किया आदि यादो को याद करोगे तो इससे आपकी याद करने शक्ति में वृद्धि होगी जिससे आपकी लाइफ में बदलाव आएंगे