Tuesday 3 July 2018

ब्लॉग्गिंग में ध्यान रखने योग्य बाते







दोस्तों आज के हिंदी विचार ब्लॉग में हम ब्लॉग्गिंग में ध्यान रखने योग्य बातों के बारे जानेगे जिसके द्वारा हम एक सफल ब्लॉगर बन सकते तो दोस्तों आप तैयार हो न मेरे साथ उन बातों को जानने के लिए जिनको हम ब्लॉग्गिंग करते समय  ध्यान रखेंगे |

दोस्तों हम सब को पता है की आज के बलदते समय में एक सफल ब्लोग्गर बनना कितना कठिन और चुनौतीपूर्ण हो गया है! लेकिन आप कुछ स्मार्ट वर्क करके अपनी ब्लॉग्गिंग जर्नी को और भी अच्छी और आसान बना सकते हो! 


दोस्तों  यदि आप वाकई में ब्लॉग्गिंग की दुनियां में आकर एक सफल ब्लॉगर बनना चाहते है तो इन बातों का ध्यान अवश्य रखे जो की इस प्रकार है |
read more-  दूसरों का अहसान हमेशा याद रखे




१ ब्लॉग्गिंग करने की वजह होनी चाहिए | 

जी हाँ दोस्तों यदि आप ब्लॉग्गिंग करना चाहते है तो सबसे पहले आप अपने आप से एक सवाल जरूर पूछिए की आप ब्लॉग्गिंग क्यों करना चाहते है।

यदि दोस्तों आप में कोई सा भी जूनून है कुछ करने का तो बेशक आप जरूर करे और उसके साथ  में आप कोई भी टॉपिक ले जिस के बारे में आप अच्छे से लिख सखे| 
ब्लॉग्गिंग आपका पैशन के साथ एक प्रकार से सपना भी  होना चाहिए | 
जब आपके पास कुछ करने का पैशन होगा दुनियां को कुछ कर दिखाने की इच्छा होगी  तब आप ब्लॉग्गिंग में किसी को भी अच्छे से जानकारी दे पाएंगे!

दोस्तों कभी भी ऐसा सोच कर ब्लॉग्गिंग की शुरुआत न करे की हम ब्लॉग से लाखों पैसे कमाएंगे  इसकी जगह बस अपने काम पर ध्यान देना है और ब्लॉग्गिंग से पैसे कमाने के बारे में तो आप भूल ही जाए तो बेहतर रहेगा!

२ जितना हो सके ब्लॉग्गिंग में समय दे.

दोस्तों आप सभी को पता है की हमारा समय कितना कीमती है , हाँ लेकिन जिनके पास कोई काम ही नहीं है उनके लिए समय का कोई मोल नहीं होता है इसलिए हम तो ब्लॉग्गिंग का काम कर रहे इसलिए हमारा समय बहुत कीमती है!

आप जितना हो सके अपने ब्लॉग्गिंग पर ध्यान दे और अच्छी जानकारी से अपने विजिटर और ऑडिएंस की मदद करे!

मे आप से यह नहीं कह रहा हूँ की आप पूरा समय यानि दिन और रात ब्लॉग्गिंग में लगा दो हाँ यदि आपके पास ब्लॉग्गिंग के अलावा कोई भी काम नहीं है तो जरूर आप ब्लॉग्गिंग में अपना पूरा समय दे और कड़ी महन्त के साथ अपने ब्लॉग को एक प्रोफेशनल ब्लॉग बनाये!




3- अपने अंदर की काबिलियत को जाने

ब्‍लॉग बनानें से पूर्व अपनी रूचि तलाशें। अापके अन्‍दर कौन सी ऐसी चीज है जिसमें अाप माहिर हो और उस बारें में आप दुनिया को ज्‍यादा से ज्‍यादा बता सकते हो। जब आप को आपकी रूचि पता चल जाये तो उसी विषय पर ब्‍लॉग बनाऐं।

मान लीजिये आपको  मोबाइल जगत के बारें में ज्‍यादा रूचि है। कौन से फोन कब लॉन्‍च हो रहा है कोन से फोन में क्‍या क्‍या फीचर हैं। कौन से फोन की कीमत कितनी हैं तो अाप मोबाइल से जुड हुआ ब्‍लॉग बना सकते हो। यदि अाप किसी बैंक बगैरह में काम करते हो तो बैंकिग विषय पर ब्‍लॉग बना सकते हो।

यदि क्रिकेट में रूचि है तो क्रिकेट से सम्‍बन्धित ब्‍लॉग बना सकते हो। यदि अापने अपनी रूचि के विपरीत ब्‍लॉग बनाया तो आप उस ब्‍लॉग पर पर्याप्‍त सामग्री इकटठी नही कर पाऐंगे अौर कुछ दिनों पश्‍चात सफलता न मिलने पर ऊब जाऐंगे और हो सकता है कि आप ब्‍लॉगिंग करना ही छोड दें। कुछ लोग आते हैैं और एक ऐसे विषय पर ब्‍लॉग बना लेते हैैं जिस के बारें में उन्‍हे खास जानकारी नही होती।

शुरूआत मेें तो वे लोग दूसरे ब्‍लॉग से पढकर या फिर कॉपी करके,शब्‍दों मेें हेर फेर करके किसी खास विषय पर ब्‍लॉग बना लेते हैं लेकिन जल्‍दी ही वो ब्‍लॉगिंग छोड भी देते हैं। इसलिये ऐसे विषय पर ही ब्‍लॉग बनाऐं जिस विषय मेें आप माहिर हों।

3. ब्लॉग लिखने की भाषा चुने! 

 ब्‍लॉग बनानें से पूर्व भाषा का चयन अवश्‍य कर लें। क्‍योंकि भाषा आपके ब्‍लॉग का आधार होती है। सारा दारोमदार इसी पर टिका होता है। भाषा का  चयन करते समय इस बात का ध्‍यान रखें कि वो भाषा आपको अच्‍छे तरीके आती हो और गूगल एडसेंस को सपोर्ट करती हो।

अगर आप अपनी बात को पाठक के सामनें साफ सुथरी व समझनें योग्‍य भाषा मेें समझाऐंगे तो पाठक आपके ब्‍लॉग से हटकर कहीं नही जाऐगा। इसलिये भाषा पर ध्‍यान देना भी बहुत आवश्‍यक है।
अगर आप हिन्‍दी मेें लिखते हो तो शुध्‍द हिन्‍दी की बजाय प्रचलित या आम बोलचाल बाली हिन्‍दी का चयन करें।





5- ब्लॉगर या वर्डप्रेस या अन्य प्लेटफार्म का चुनाव करे 

प्‍लेटफार्म भी एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है ब्‍लॉगिंग में। ब्‍लॉगिंग श्‍ाुरू करनें से पूर्व अपने लिये एक ऐसा प्‍लेटफार्म चुन सकते हो जिसमें आपके लिये आसानी हो। अगर आप बिना पैसे लगाऐ ब्‍लॉग श्‍ाुरू करना चाहते हो तो ब्‍लॉगर को चुन सकते हो।

यदि अाप थाेडा सा इन्‍वेस्‍ट करनें के लिये तैयार हो तो आप खुद की डोमेन होस्टिंग खरीद कर भी अपना ब्‍लॉग शुरू कर सकते हो या फिर वर्डपेस पर भी अपना ब्‍लॉग बना सकते हो।प्‍लेटफार्म भी ब्‍लॉग की कामयाबी मेें एक अहम भूमिका रखता हैै।

कई नऐ ब्‍लॉगर जोश में वर्डप्रेस या किसी अन्‍य होस्टिंग पर पैसे खर्च करके ब्‍लॉग बना लेेते हैं लेकिन बाद मेें जब वो इसका  खर्चा नही उठा पाते तो ब्लॉगिंग ही छोड जाते हैं। इसलिये अपनी जेब देखकर ही प्‍लेटफार्म का चयन करें।

कई मायनों में वर्डप्रेस या अन्‍य होस्टिंंग पर ब्‍लॉगिंग फायदेमन्‍द तो रहती है लेकिन अगर आप नऐ ब्‍लॉगर हैं तो आप गूगल की ब्‍लॉगर सर्विस का ही इस्‍तेमाल करें तो ज्‍यादा बेहतर है।

5. अपने ब्लॉग का आकर्षक कलर और डिज़ाइन करे 

अगर कोई भी पाठक अापके ब्‍लाॅग पर अाता है और उसे आपके ब्‍लॉग का डिजाइन पसंन्‍द नही आया या अापके ब्‍लॉग पर प्रयुक्‍त किये गये रंग से कोई समस्‍या है तो वो दोबारा अापको ब्‍लॉग पर नही आयेगा।

ब्‍लॉग का डिजाइन ऐसा होना चाहिये जो कम्‍प्‍यूटर और मोबाइल सब पे परफेक्‍ट दिखे। और कलर भी ऑखों को चुभे नहीं। आपके ब्‍लॉग का डिजायन ज्‍यादा हैवी नही होना चाहिये नही तो आपका ब्‍लॉग लोड होने में देर लगाऐगा और पाठक आपके ब्‍लॉग को लोड होने से पहले ही वापस चले जाऐंगें।

आप चाहो तो खुद भी इसे डिजाइन कर सकते हो या किसी डिजाइनर से भी डिजायन करवा सकते हो। आपको एक उदाहरण देता हूॅ अगर आप मार्केट मेें जाते हो और आपको कुछ नया व अच्‍छा चाहिये तो आप बडे शोरूम में ही जाओगे फिर चाहे वहाॅ आपको नया बताकर पुराना माल ही क्‍यों न बेच दिया जाऐ।

वहीं अगर एक छोटी सी दुकान मेें नया ब ब्राण्‍डेड माल मिलेगा तो भी आप उसके ब्राण्‍ड होने पर श्‍ाक करोगे। ऐसा ही ब्‍लॉगिंग में होता है अगर आपका ब्‍लॉग अच्‍छे से डिजायन नही किया गया है तो पाठक आपके ब्‍लॉग पर दोबारा नही आऐगा चाहे आपका कन्‍टेंंट कितना ही अच्‍छा क्‍यों न हो।




7 -आकर्षक शब्दों और भाषा शैली का प्रयोग करे 

आपकी लेखन शैली जितनी ज्‍यादा दमदार होगी। ब्‍लॉग उतना ही ज्‍यादा पोपूलर होगा। आपकी लेखन शैली ऐसी होनी चाहिये कि पाठक आपसे बंधॉ रहे और जब तक पूरी पोस्‍ट न पढ ले तब तक वो अापके ब्‍लॉग को छोड कर न जाये।

सही शब्‍दों का इस्‍तेमाल करिये। ऐसा लिखिये की पाठक को लगे वो उस ब्‍लॉग को पढ नही रहा बल्कि आप खुद उसे बता रहे हो। इससे पाठक को अपनापन सा लगता है और बार बार आपके ब्‍लॉग पर आता है।

अगर पाठक आप की पोस्‍ट में जरा सा भी बोर हुआ तो वो छोड कर चला चाऐगा। इसके अलावा सही TAGS का इस्‍तेमाल करें जिससे पाठक अपने मूड के हिसाब से पोस्‍ट पढ सके। अगर आपनें गलत टैंगिंग की तो पाठक विषय से भटक जाऐगा और वो जल्‍दी ही ब्‍लॉग छोड कर चला जाऐगा।
आपकी इनकम व पोपूलरिटी इस बात पर भी निर्भर करती है कि एक पाठक आपके ब्‍लॉग पर कितनी देर तक रूकता है।

8- प्रति दिन एक ब्लॉग जरूर लिखे और पोस्ट करे :-

अपने ब्‍लॉग पर आप नियमित एवं श्रंखलावध्‍द पोस्टिंग करते रहना जरूरी है। जिस तरह से सॉस ले‍ना मनुष्‍य की जरूरत है उसी तरह नियमित पोस्टिंग भी एक ब्‍लॉग की जरूरत है।

यदि पोस्टिंग करनें में कोई शिथिलता बरती गई तो समझो आपको ब्‍लॉग मर जायेगा। नियमित पोस्टिंग करनें से आपके पास नए नए पाठक आते रहेगें। नियमित पोस्टिंग से आपके ब्‍लॉग पर कन्‍टेट बढता जाऐगा और आपका ब्‍लॉग एक विशालकाय संग्रह की रूप में बन जाएगा। फिर आपकी इनकम दिन दूनी रात चाैैगुनी हो जाएगी।

अगर नियमित पोस्टिंग करते हो तो आप को नियमित पाठक भी मिल जाऐंगे।





9- प्रत्येक अपने ब्लॉगपोस्ट को शेयर करे 

विभिन्‍न पलेटफॉर्म पर और विभिन्‍न तरीकों से अपने ब्‍लॉग का प्रचार करते रहना भी बेहद जरूरी है। नही तो सारी मेहनत पर पानी फिर जायेगा। सफल ब्‍लॉगर बननें के लिये सिर्फ लेखन कला में माहिर होना ही जरूरी नही हैं साथ साथ मार्केटिंंग भी आना जरूरी है।

जैैसे कोई फिल्‍म जब लॉच होती हैै तो वो कितनी भी अच्‍छी हो अगर उसका ठीक तरह से प्रमोशन न हो तो वो फिल्‍म फ्लाॅॅप हो जाती है। और एक खराब फिल्‍म भी प्रमोशन व मार्केटिंग की बदौलत सुपर हिट साबित होती है। ठीक वैेसे भी एक लेखक तब ही सफल हो पाता है जब वो अपनी किताब या ब्‍लॉग का प्रमोशन करे।

 बिना प्रमोशन के उसकी किताब या ब्‍लॉग को कोई नही पढता फिर चाहें वो कितना अच्‍छा क्‍यों न लिखे। इसलिये ब्‍लॉग की मार्केटिंग करना भी जरूरी होता हैै। शुरूआत में आप फेसबुक, व्‍हाटस एप टिवटर के जरिये खुद ही अपने ब्‍लॉग को प्रमोट कर सकते हो। जब बाद में आपको एक अच्‍छी इनकम आनें लगे तो किसी प्रोफेशनल मार्केटिग कम्‍पनी को हायर कर सकते हो।

10.आप अपना स्वयं का फेसबुक पेज बनाये. 

आप अपनी वेबसाइट के अनुसार ही एक फेसबुक पेज बना सकते है जिसमे आप अपने प्रतिदिन की पोस्ट को अपने फेसबुक पेज में शेयर करे ...जिससे आपको अच्छा ट्रैफिक भी मिलेगा और साथ में आपकी पहचान भी बढेगी!

आपको फेसबुक , इंस्ट्राग्राम आदि प्लेटफॉर्म पर अपने ब्लॉग पोस्ट को शेयर करना चाहिए जिससे आपके बारे में पता चलेगा तो लोग आपकी वेबसाइट पर आएंगे जिससे आपको बहुत फायदा होगा इस तरह आप एक प्रोफेसनल ब्लॉगर बन जाएंगे!





दोस्‍तो ऊपर दी गई सभी बातों पर गौर करके ब्‍लॉग लिखा जाये जो निश्चित रूप से ही आप एक प्रोफेशनल ब्‍लॉगर बन जाओगे। दोस्‍तो अापको हमारे ब्‍लॉग की यह पोस्‍ट कैसी लगी कमेन्‍ट करके हमें अवश्‍य बताऐं। अगर आपको ब्‍लॉगिंग को लेकर कोई समस्‍या है तो भी कमेंन्‍ट बॉक्‍स में  लिख दें हम शीघ्र ही उसे हल करनें की कोशिश करेंगे।

Monday 26 March 2018

डर एक आम समस्या

 डर एक आम समस्या


नमस्कार दोस्तों आज आप पढ़ेंगे एक और नया लेख जिसका शीर्षक  " डर " है! डर के बारे में सब को पता है ,  मनुष्य एवं अन्य प्राणियों में यह प्रत्यक्ष रूप से उनके  जीवन में निहित होता है!  क्यूंकि यह स्वाभाविक होता है इसको हम महसूस भी करते है और कभी कभी इसको नहीं भी करते है! कई बार हम इसको महसूस नहीं कर पाते है क्यूंकि यह एक प्रकार से नकारात्मक भावना होती  है , नकारात्मक भावना मतलब ऐसी सोच जो संसार में वषों पहले से व्यप्त है इसे देखा जा सकता है , समझा जा सकता है तथा इसको महसूस किया जा सकता है जिसे पारिवारिक डर , जीवन सम्बंधित डर , भूत प्रेत आदि कितने ही रूप में जाना जाता  है
         जब हमें कोई खतरे की आशंका होती है तब डर की अनुभूति होती है मतलब डर हमारे लिए खतरे की घंटी के जैसे काम करता है डर हमारे विचार , ख्वाब , सपनो को पूरा करने में अड़चने पैदा करता है! लेकिन हमें इसका डट कर सामना करना चाहिए , ऐसा नहीं की बापिस  उससे हार मान कर आना है  , वैसे डर को भी गहराई से समझा जाये तो यह एक नदी में नाव के जैसे काम करता है जो हमें पार लगा सकता है यदि उसका सामना किया जाय तो बस उसे जीतना हमें पड़ता , और दोस्तों एक डर को एक बार जीत गए न तो मनो हम सफल हो गए क्यूंकि डर के आगे जीत है जरूर

            डर से लोग डरते है वह लोग इसे मानते है जबकि  यह एक वहम होता है झूठ होता है काल्पनिक जो हमें हमारी इच्छानुसार कोई भी कार्य करने नहीं देता वह हमें भय रुपी जंजीरों से जकड देता है! (यहां बताया गया  डर का शाब्दिक अर्थ भय होता है) भय रुपी जंजीर जब हमें जकड लेती है तब हमें कुछ समझ नहीं आता है और पहली बार कोई  कार्य करने के लिए जाते है उस समय हमें डर महसूस होता है हम घबरा जाते है , और सोचने लगते है पता नहीं मेरा क्या होगा और साथ में अपने मन में चिंतित होते रहते है और यह सब होता जब हम कोई कार्य करने वाले होते है या कर चुके होते है , अथवा हम उसका इन्तजार कर रहे होते है तब हमारे मन में डर नामक भय उत्पन्न होता है जिसके कारण हमें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसकी बजह से हम अपना कोई बड़ा सपना या ख्वाब को पूरा नहीं कर पाते है और उसे अधूरा ही किनारे पर छोड़ना पढता है और हम फिर उस सपने को भूल जाते है इसके बाद आगे बढ़ने की हम कोशिश ही नहीं करते है बस हमेशा के लिए बिल्ली बने रहते है और एक कोने में छुपे रहते है , तो दोस्तों आप समझ रहे न में क्या कहना चाहता हूँ लेकिन अपसोस फिर भी लोग न कुछ सीखते है और न ही समझते है! जरूर पढ़े
            व्यक्ति को  यदि इस डर को काबू में करना आता है तो उसे सफल होने में कोई नहीं रोक सकता क्योंकि उसे पता होता की डर क्या होता है वह उसे नकारात्मक दृस्टि से देखता है! वैसे तो डर के अनेको रूप है लेकिन मौत का डर सबसे बड़ा डर होता है जबकि सब को पता है यह एक दिन आनी ही है क्यूंकि यह जीवन का सत्य है!  एक और डर होता है जो की काल्पनिक होता है वह डर है भूत जिससे सब डरते है इस संसार में भूत नहीं है बस उनकी जगह काल्पनिक कहानियां है जिसका आज के ज़माने में भूत का रूप धारण कर लिया है में नहीं मानता हूँ भूत प्रेत! यह सब झूठ पर आधारित अवधारणाये है