Wednesday 28 March 2018

महिला सुरक्षा एक गंभीर विषय






नमस्कार
       मेरे भाइयों और बहनो आज का हिंदी विचार  हमारे  गांव , शहर ,देश और विदेश की महिलाओ को समर्पित है जिसमे महिला उत्पीड़न , महिला अत्याचार और अनेक प्रकार के अपराध शामिल है! इस ब्लॉग में बताया  गया की हम कैसे महिला सुरक्षा को कायम रख सकते है क्यूंकि आज के दौर में सरकार द्वार अनेक प्रकार के  उपाए  आपनाये जा रहे है लेकिन फिर भी हमारे देश में महिला अपराध पर अंकुश नहीं लग पा रहा है इसलिए आप इसे आगे शेयर करे ताकि कोई अनहोनी या गभीर अपराधों पर लगाम लग सके . तो दोस्तों मेरा आपसे विनम्र निवेदन है की , आपको यह पोस्ट पूरा पढ़ना है और सबके साथ शेयर भी करना है और साथ में आप नीचे कमेंट में भी बता सकते है यह पोस्ट आपको केसा लगा ...धन्यवाद   






        दोस्तों जैसे की हमें इसके शीर्षक से ही समज में आ जाता है की यह लेख  किस बारे में है हमारे देश में आज भी महिला किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं है उन्हें कही न कही डर तो रहता ही है की कही उन के साथ कुछ गलत न हो जाए क्यूंकि हमारे देश में यह आम बात जो है कोई भी , कही भी ,  बिना किसी से डरे हुए महिलाओ को प्रताड़ित करने लगता है आखिर कब तक सहेंगे! में उनके लिए कहना चाहता हूँ उन दरिंदों को सरकार द्वारा कड़ी सजा होनी चाहिए ताकि फिर कोई दूसरा उस अपराधों  को करने से पहले दस बार सोचे! 

   
      हमारा देश अंतराष्ट्रीय शिखर पर है और हम सभी प्रकार से चाहे वह आर्थिक हो या राजनीतिक हम भी  एक  शक्ति के जैसे उभर कर आ रहे है और हमारे साथ में हमारे देश की महिलाये भी कड़ी मेहनत कर रही है और अपने भविष्य को लेकर गंभीररूप चिंतित  है  लेकिन फिर भी मानसिक , शारीरिक , योन शोषण , लिंग असामनता आदि समस्या के जाल में कई महिलाये फंस ही जाती है जो उनके जीवन के लिए  उचित नहीं है!

(1)...घरेलु हिंसा 

             दोस्तों हमारे समाज में आये दिन महिला हिंसा की खबरे अखबार , टी बी , सोशल मीडिया आदि अनेक संचार के  संसाधनो में आती ही रहती है! 





              लेकिन दोस्तों क्या आपको पता है? सबसे अधिक मामले महिलाओं में घरेलु हिंसा से संबधित होते है इन मामलो में महिला के प्रति कुछ अधिक ही हिंसा देखने को मिलती है! तो दोस्तों आइये जानते है क्या है घरेलू हिंसा? 

घरेलु हिंसा एक आम समस्या- दोस्तों जब किसी महिला को घर के अंदर या चारदीवारी में किसी कारणवस  महिला के प्रति हिंसा के भाव जैसे लड़ाई , मारपीट , उत्पीड़न , शोषण , आदि अनेक कुकार्य करते है तो यह सब  घरेलु हिंसा के मामले में आते है! 


           लेकिन सरकार ने घरेलू हिंसा के मामले में अलग कानून बनाये है जैसे महिला को गली देना , उसका अपमान करना , महिला को ताने देना , महिला के साथ जबरन सम्बन्ध बनाना , शादी के लिए उकसाना , दहेज़ प्रताडन , नौकरी नहीं करवाना , या नौकरी के लिए मना करना आदि अनेक मामलो में हमारी सरकार ने अलग अलग कानून बनाये है! महहलाओं को सरकार के अधिनियमों के प्रति जागरूक होना चाहिए  तभी उनकी सुरक्षा हो पायेगी! 






क्या है घरेलु हिंसा अधिनियम?
 

          दोस्तों भारत सरकार ने घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 में  किया था और इसे 26 अक्टुम्बर को 2006 को लागु किया था इस आधिनियम का मकसद घरेलू हिंसा की शिकार हो रही पीड़त महिलाओ की तत्काल मदद करना है! 






घरेलु हिंसा से पीड़त महिला के लिए सुरक्षा उपाए 

  (1).....घरेलु हिंसा पीड़ित महिला अदालत में अपना पक्ष रख सकती  है!
  (2)......वह स्वयं का पक्ष किसी जज या बकील के समक्ष अपना पक्ष रखकर सरकार से मदद                  ले  सकती है! 
(3)........सरकार से बचावकारी एवं सुरक्षा के लिए आदेश ले सकती है! 
(4).......पीड़ित महिला कोई भी पडोसी हो या उसे महोल्ले वाले अथवा उसके परिजन या परिचय कोई  भी अपने क्षेत्र में स्वयं की सहमति से न्यायिक मजिस्ट्रेड  की  कोर्ट में शिकायत दर्ज कराकर बचाव कारी आदेश हांसिल कर सकती है

(2)....छेड़छाड़ 

          दोस्तों यह हमारे देश का दूसरा प्रमुख  मामल है छेड़छाड़ , नारी शोषण एक आम समस्या है जो आये दिन रोज कहि न कहि होती ही रहती है , वह चाहे स्कूल हो सोल्लगे हो या फिर हमारी कोचिंग कहीं भी यह मामला हो ही जाता है लेकिन आपको ऐसे चुप नहीं बैठना है , आपको जागना है , आपको उठना है , आपको ऐसे चुप नहीं बैठे रहना है आपको इसके खिलाप आवाज उठानी चाहिए
         मेरी बहेनो यह थोड़ा मुश्किल है लेकिन यदि आप पूरे जोश के साथ थोड़ी सी तयारी और तकनीक से  आप करोगे तो जरूर ऐसी स्थिति में  होने वाली अनहोनी से अपना बचाव भी कर सकती है और उन दरिंदों को सबक भी सीखा सकते हो!





छेड़छाड़ः से बचने के उपाए 

(1).....समझ में परिपूर्ण रहे- यहाँ इस पॉइंट का मतलब क्या है आपके लिए , इसका मतलब यह है की आपको सब कुछ  पता होना चाहिए की प्रताड़ित करने वाला व्यक्ति किस प्रकार  से आपको कष्ट  पंहुचा रहा है जैसे- सीटी बजाना गलत  कम्मेंट करना , अश्लील हरकते करना , आपको छू न , अष्लील गालिया देना आदि आपको सब कुछ समझ में आना चहिये की सामने वाला क्या हरकते करता है! और यदि आपको सोशल मीडिया पर कोई परेशान करे तो आप साइबर क्राइम में इसकी शिकायत कर सकती हो!


(2)...स्वयं की रक्षा करने में निपूर्ण बने- आपको अपने आपको मजबूत करना है , अपने आप को बचने के लिए यदि आप समझदारी से काम ले तो यह आपके जरूरर काम आ सकता है! आप जब कोचिंग जाते हो या कही बहार तो अपने बेग में मिर्ची वाला स्प्रे अपने बेग में जरूर रखे! जब कोई ऐसी स्थिति  हो तब आप उन दरिंदों के आंखों झोंक सकती हो!


 (3)......पुरषों के सामने थोड़ा कड़क रहे- आपको इस सलाह को भी आपनामा चाहिए आपको पुरषों के सामने थोड़ा गंभीर रूप में रहे उन्हें अपने हावभाव से ही  डराने  धमकाने की कोशिश करे ताकि कोई आपको आँख उठा कर देख न सके , आपको बड़ी ही सजता के साथ यह तरीका अपनाना है


 (4)....अपने कानों में एअर फोन लगाए रखे- आपको अपने कानो में एअर फोन लगाना है और सीधे रस्ते चलना है आपको कीसीको भी नहीं देखना है , आपका ध्यान खींचने के लिए अक्सर पुरुष आपको देख लार गंदे कॉमेट करतेe है सीटी बजाते है! जब उन्हें पता चलेगा की आपके कान में हेडफोन है तो वो समझ जायेगे की आपको सुनाई नहीं दे रहा है तो वो स्वयं हेस चुप जायेगे!
         आपको एअरफोन लगाना है लेकिन उसमे सुनाए देना चाहिए क्यूंकि कई बार ऐसा भी होता है की आप गाने सुनते रहे और दरिंदे पीछे से आ सकते है इसलिए आप थोड़ा चौकन्ने रहे


(5)....सार्वजानिक स्थान की तलाश करे- जब कोई व्यक्ति आपका लगातार पीछा करता है तो आपको सार्वजनिक स्थान की और अपना  रूख कर लेना चाहिए! आपको ऐसी जगह पर जाना है जो बहुत भीड़भड़ वाली हो , आपको ऐसी जगह जाना चाहिए जैसे कोई होटल या रेस्टुरेंट और मौका मिलते ही आपको पुलिस को सूचित करना है!


(6)....चलते रहे- यदि आपको देखकर कोई व्यक्ति कोई प्रतिक्रिया कर रहा है तो आपको उसकी आवाज फोन में रिकॉर्ड कर लेनी चाहिए pउसकी बातो में ध्यान नहीं देना है आपको आगे चलना चाहेये ना की उससे बहस करना फिर जब वो कुछ अधिक ही अपनी हद्दे पार करे तब आपको पुलिस  को फोन लगा सकती हो!


 (7)...कठौर दंड दे- जब आपको कोई छेड़ता है तो आरोपी के लिए कठोर से कठौर कदम उठाना चाहिए! समाज की मानसिकता को रोकना जिसके अंतर्गत यह छेड़छाड़ः को रोका जा सकता है! अब समय आ गया है आपको शक्तिशाली बनना है , तभी इस देश का कुछ हो सकता है! 5

(8)....भागीदारी बने- यदि आप उत्पीड़न के शिकार हो तो आपको अपने भरता में बहुत संस्ता है जो आपकी मदद कर सकते है आपको इनसे जॉड्ना होता है आपको बताना होगा की आपक्को यह प्रताड़ना का शिकार हुए हो आप इस  https://delhi.ihollaback.org/share-your-story/  आप इस संथा जुड़ सकते इन्हे आप अपनी आपनीति बता सकते हो!

            आपको उबड़ खाबड़ रस्ते से नीही जाना है आपको सड़क पर ही जान है! आपकी सुरक्षा आपकी स्वयं की जिम्मेदारी होनी चाहिए! और इस बाद को ध्यान में रखते हुए आपको उचित कदम उठाने चाहिए! आपको स्वयं समझ लेना चाहिए फिर इसके बाद सामने वाले को प्रतिकिया दे!