नमस्कार दोस्तों आज आप पढ़ेंगे एक और नया लेख जिसका शीर्षक " डर " है! डर के बारे में सब को पता है , मनुष्य एवं अन्य प्राणियों में यह प्रत्यक्ष रूप से उनके जीवन में निहित होता है! क्यूंकि यह स्वाभाविक होता है इसको हम महसूस भी करते है और कभी कभी इसको नहीं भी करते है! कई बार हम इसको महसूस नहीं कर पाते है क्यूंकि यह एक प्रकार से नकारात्मक भावना होती है , नकारात्मक भावना मतलब ऐसी सोच जो संसार में वषों पहले से व्यप्त है इसे देखा जा सकता है , समझा जा सकता है तथा इसको महसूस किया जा सकता है जिसे पारिवारिक डर , जीवन सम्बंधित डर , भूत प्रेत आदि कितने ही रूप में जाना जाता है दोस्तों हम चाहे तो बढ़े से बढ़ा डर क्यों न हो हम उन पर आराम से जीत हांसिल कर सकते है बस उसके लिए चाहिए की हमें अपने आप भर भरोषा होना चाहिए स्वयं पर विश्वास होना चाहिए है तो हम कोई से भी डर का सामना कर सकते है
जरूर पढ़े- जाने...भय के प्रकार ?
नमस्कार दोस्तों आज आप पढ़ेंगे एक और नया लेख जिसका शीर्षक " डर " है! डर के बारे में सब को पता है , मनुष्य एवं अन्य प्राणियों में यह प्रत्यक्ष रूप से उनके जीवन में निहित होता है! क्यूंकि यह स्वाभाविक होता है इसको हम महसूस भी करते है और कभी कभी इसको नहीं भी करते है! कई बार हम इसको महसूस नहीं कर पाते है क्यूंकि यह एक प्रकार से नकारात्मक भावना होती है , नकारात्मक भावना मतलब ऐसी सोच जो संसार में वषों पहले से व्यप्त है इसे देखा जा सकता है , समझा जा सकता है तथा इसको महसूस किया जा सकता है जिसे पारिवारिक डर , जीवन सम्बंधित डर , भूत प्रेत आदि कितने ही रूप में जाना जाता है दोस्तों हम चाहे तो बढ़े से बढ़ा डर क्यों न हो हम उन पर आराम से जीत हांसिल कर सकते है बस उसके लिए चाहिए की हमें अपने आप भर भरोषा होना चाहिए स्वयं पर विश्वास होना चाहिए है तो हम कोई से भी डर का सामना कर सकते है
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