Tuesday 6 March 2018

जाने ध्यान क्या है , कैसे करे , क्यों जरूरी है meditation in हिंदी



   


 दोस्तों ध्यान एक आसान तरीका है जिसके द्वारा हमारे जीवन में कई प्रकार की समस्याओं को काबू में किया जा सकता है , अब सवाल उठता है की ध्यान क्या होता है?..ध्यान या Meditation एक हिस्सा होता है हमारे जीवन का , इसे हमारे जीवन में जरूर apply करना चाहिए , क्योंकि जब हमें अपनी अंदर की आत्मा की शक्ति में कमी होने लगती है , तब हमारा स्वयं पर नियंत्रण हट जाता है और हम अपने आप को काबू में नहीं कर पाते है और कई ऐसी छोटी बड़ी गलतियां कर बेठते जिसका नुकसान हमारे साथ दूसरों को भी भुगतना पड़ता है जो की चिंताजनक विषय है 








              दोस्तों मेरे द्वारा आपको पिछले पोस्ट में आत्मविश्वास के बारे में बताया गया था , उसमे जिस शक्ति का आभास किया था उस शक्ति को हम ध्यान कहते है आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक अहम हिस्सा meditation या ध्यान होता है परन्तु यहाँ हम आत्मविश्वास की बात नहीं कर रहे बात कर रहे ध्यान की , जब हमें हमारी अंतरात्मा की आवाज सुनाई नहीं देती है तब हमारा ध्यान अनियंत्रीत हो जाता है जिससे हम वो करने लगते है जैसे ईर्ष्या- हम दूसरों पर जलन करने लगते है , तनाव- हम इस दौरान काफी तनाव महसूस करते है , आलस्य- हम कोई भी काम करने में आलस्य करने लगते है , घमंड- हम अपने आप पर घमंड करने लगते है जो की हमारे लिए अच्छा नहीं होता है , लालच- हम किसी भी कार्य को लालच के साथ करने लगते है , क्रोध- हम अपने आप पर नियत्रित नहीं होते है और दूसरों पर हम गुस्सा करने लगते है , डर- जीवन में डर नाम की कोई चीज नहीं है फिर भी हम डरने लगते है , आदि कुकार्य करने लगते है जो की हमारे जीवन के लिए हानिकारक साबित होते है ! ध्यान क्या होता है- ध्यान के द्वारा हम अपने आप यानी , स्वयं पर नियंत्रण रखते यह self realization की एक विधि होती है जो हमारी जिंदगी में कई बदलाव लेकर आती है जिसके द्वारा हमारी life को खुशमय एवं आसान बना देती है ध्यान हमारी आत्मा को शुद्ध रखता जो की चिंतन का प्रमुख विषय है इसके करने से हमरा शरीर स्वस्थ होता है हम तनावमुक्त हो जाते है और कोई टेंशन भी नहीं होती है जिससे हमारा जीवन आसान हो जाता है  


ध्यान कैसे करे- अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा की ध्यान कैसे करे , दोस्तों आपको बताना चाहूंगा ध्यान को करने के लिए एक अच्छा समय होना चाहिए , इसके साथ एक अच्छा स्थान , गहरी साँस एवं शांत मन होना बहुत जरूरी होता है! आप इन नियमों का पालन करे! 
उचित समय- ध्यान की दृस्टि से देखा जाये तो हम यदि ध्यान सूर्योदय के समय करते है तो यह बहुत फायदेमन्द होता है आपको सुबह के समय ध्यान पर अपना मन केंद्रित करना चाहिए! 






उचित स्थान- आप कोई ऐसा स्थान चुने जो बहुत शांत हो जहां पर शोर कम हो ताकि आपको ध्यान में कोई असुविधा न हो इसके लिए आपको अपने मन को संत करके बैठना है एवं एकाग्रता पर अपना ध्यान केंद्रित करना है यानी आपको ऐसे विचारों के बारे में ध्यान या चिंतन करना है , जिनसे आपका सम्बंध हो यानि आपका ध्यान सिर्फ एक ही चीज पर केंद्रित होना चाहिए





आसन -आप पद्मासन या अपने हिसाब से अल्कि-पालकी बना कर बैठ सकते है! इसके बाद में आपको अपनी आँखों को बंद करना है फिर गहरी साँस लेना है और छोड़ना , अपना ध्यान अपनी सांसो की ओर केंद्रित कारना है और गहन चिंतन करना है अपने मन में सकारात्मक विचारों के बारे में सोचना है! ऐसी स्थिति में आपको सिर्फ अपने ध्यान में चिंतन करना है और कोई नकारत्मक विचार अपने मस्तिष्क में न होने चाहिए! आप इसके साथ कोई जाप भी कर सकते है या किसीका नाम अपने मन में दोहरा सकते है ऐसा आपको कम से कम 15 से से 20 मिनिट या आप इससे अधिक भी कर सकते है वैसे आप जितना अधिक समय तक करेंगे उतना ही अधिक लाभकारी होगा ! ध्यान की स्थिति में अपने दिमाग में वो सभी विचारों को अपने मस्तिष्क से निकाल दे जो आपके दिमाग में हर समय आते रहते है , जब आपका दिमाग पूरी तरह से खाली हो जायेगा तब आपके दिमाग में नए विचारों का आवागमन शुरू हो जायेगा! और यही विचार आपके लिए लाभकारी है .....यदि आपको अच्छा लगा हो तो share जरूर करे ...धन्यवाद् www.hindivichar597.online

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